Bachho ki kahaniya in hindi | kids story hindi
बच्चों की कहानी, bachho ki kahaniya in hindi, आज दो बच्चे पार्क में बैठे बातें कर रहे थे कि आज माँ ने अच्छा खाना नहीं बनाया है क्योंकि उन्हें खाने की बाहर की चीजें खानी बहुत पसंद थी इसलिए वह बातें कर रहे थे क्योंकि उन्हें घर का खाना बिल्कुल भी पसंद नहीं आता था वह हर रोज बाहर का ही खाना खाना चाहते थे
बच्चों की कहानी :- Bachho ki kahaniya in hindi
लेकिन बाहर का खाना खाने के लिए हर रोज अगर ऐसा करते रहे तो इसे 1 दिन ऐसा आएगा जिससे उनका पेट खराब हो सकता है इसलिए “बच्चों” को बाहर का खाना बिल्कुल नहीं खाना चाहिए लेकिन इस बात को दोनों मानने को तैयार नहीं थे एक दिन उनके माता पिता को यह बात पता चली और उन्होंने सोचा कि अगर हमें जल्दी “बच्चों” को नहीं सुधारा तो वह अपनी आदत बिगाड़ लेंगे और हमेशा बाहर की चीजों पर ही ध्यान देंगे
घर का खाना वह बिल्कुल नहीं खाएंगे अगले दिन उनके माता ने उन्हें घर का खाना बना कर दिया लेकिन हर रोज की तरह उन्होंने घर पर वह खाना बचा कर लेकर आ गए और कहने लगे हमें बाहर का खाना खाना है फिर उनके माता-पिता बाहर का खाना लेकर आया लेकिन अगले दिन ही दोनों के पेट खराब हो गए जिससे उन्हें बहुत दिक्कत होने लगी उसके बाद मैं डॉक्टर के पास गया डॉक्टर को बताया है कि यह दोनों बाहर की चीजों को बहुत ज्यादा खाते हैं और उन्हें बहार का खाना खाना चाहते हैं
डॉक्टर ने कहा कि तुम्हें ऐसा नहीं करना चाहिए घर का खाना ही खाना चाहिए उसके बाद डॉक्टर ने उन्हें दवाई दी और दोनों लड़के घर आ गए जब उन्हें दवाई दी गई तो उनसे दवाई खाई नहीं जा रही थी क्योंकि वह बहुत ही कड़वी थी उसके बाद उनके माता-पिता ने कहा कि अगर तुम ऐसा नहीं करते तो तुम्हें यह दवाई नहीं खानी पड़ती
बच्चों की कहानी, लेकिन तुम हर रोज बाहर के खाने के लिए जिद करते हो जिसके कारण तुम्हारा पेट खराब हुआ और तुम्हें दवाई खानी पड़ रही है उसके बाद उन्होंने यह सीख ली जिसके बाद उन्होंने बाहर का खाना छोड़ दिया क्योंकि वह कड़वी दवाई बिल्कुल भी नहीं खाना चाहते थे इसलिए “बच्चों” को बाहर के खाने को प्यार ध्यान नहीं देना चाहिए और हमेशा घर का ही खाना खाना चाहिए.
बच्चों और भालू की नयी कहानी :- Bachho ki kahaniya in hindi
वह सभी “बच्चे” घूमते हुए काफी दूर निकल गए थे, जब उन्हें घर जाने की याद आती है, तो वह देखते है, की सामने से भालू आ रहा है, वह डर जाते है, क्योकि भालू बहुत तेजी से आ रहा है, वह सभी “बच्चे” भागने लगते है, कुछ बच्चे कहते है, हमे यहां नहीं आना चाहिए था, वह भालू हमे छोड़ने वाला नहीं है, वह सभी बच्चे मदद के लिए बुला रहे थे, उन्हें अभी तक कोई भी नज़र नहीं आया था, वह “बच्चे” से भालू से बहुत डर गए थे,
आज उन्हें पता चल गया था, उन्हें यहां पर नहीं आना चाहिए था, भालू नजदीक आ गया था, लेकिन उसके हमले से पहले एक आदमी आता है वह भालू को दूर कर देता है, भालू भाग जाता है, वह आदमी “बच्चों” से कहता है की तुम्हे यहां नहीं आना चाहिए था, क्योकि यहां पर भालू घूमते रहते है, वह “बच्चे” कहते है की हमे नहीं पता था, हम यहां पर अनजाने से आ गए थे, वह आदमी कहता है की तुम कहा से आये हो, में तुम्हे घर छोड़ देता हु, वह आदमी उन्हें लेकर घर जाता है, जब वह घर पहुंच जाते है,
उनके माता पिता उनसे कहते है की तुम अभी तक किस जगह पर थे हम सभी “बच्चों” की बहुत फ़िक्र कर रहे थे, मगर कोई भी “बच्चा” हमे नज़र नहीं आया था, वह आदमी कहता है की यह सभी बहुत दूर आ गए थे आज इनका सामना भालू से हुआ था, अगर मेने नहीं देखा होता तो वह भालू हमला कर सकता था, वह सभी यह बात सुनकर बहुत डर जाते है, वह कहते है की आज तो बहुत बुरा अहो सकता था, यह इसलिए हुआ था क्योकि तुम बिना बताये ही घर से बाहर आ गए थे, तुम्हे यह आदत सुधारनी होगी,
उस दिन के बाद वह सभी “बच्चे” कभी भी बिना बताये नहीं गए थे, इसलिए आपको भी बिना बताये कही भी जाना नहीं चाहिए, अगर आपको यह दोनों bachho ki kahaniya in hindi, kids story hindi पसंद आयी है, तो शेयर करे,
Read More Hindi Story :-