Dosti story for kids in hindi with moral | story for kids in hindi
Dosti story for kids in hindi with moral, वह दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे मगर उनके जीवन में अचानक ही बदलाव आने वाला था यह बदलाव इसलिए आने वाला था क्योकि उनमे से एक दोस्त उसे छोड़कर जाने वाला था वह दोनों दोस्त गांव में रहते थे मगर गांव से दूसरा दोस्त बाहर नहीं जा सकता था क्योकि वह गांव में अकेला ही रहता था पहला दोस्त गांव से बाहर जा रहा था क्योकि उसके पिताजी गांव से बाहर जाकर ही काम करना चाहते थे इसलिए वह गांव को छोड़ना चाहते थे
दो दोस्तों की मोरल कहानी :- (Dosti story for kids in hindi with moral)
दोनों दोस्त एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ना नहीं चाहते थे मगर कुछ नहीं किया जा सकता था पहले दोस्त ने कहा की तुम गांव में अकेले क्या करोगे तुम भी हमारे साथ में चलो मगर दूसरा दोस्त मना कर देता है पहले दोस्त ने पूछा की तुम हमारे क्यों नहीं जा रहे हो जबकि तुम यहां पर अकेले ही रहोगे कोई भी तुम्हारे साथ नहीं है हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त है मगर तुम नहीं जाओगे तो में भी तुम्हारे साथ में ही रहूंगा दूसरा दोस्त कहता है की यह नहीं हो सकता है
जादुई नहर की कहानी
तुम्हे तो जाना ही होगा क्योकि अगर तुम ऐसा नहीं करते हो तो तुम्हारे पिताजी तुमसे नाराज हो जायँगे इसलिए तुम्हे जाना चाहिए बहुत समझाने पर पहला दोस्त मान जाता है और वह शहर चला जाता है शहर में वह अच्छे से अपनी पढ़ाई पर ध्यान देता है और अपनी पढ़ाई पूरी कर लेता है वह इस बात को जानता है की उसका दोस्त अभी भी गांव में ही रहता है उधर दूसरा दोस्त जो गांव में ही रहता है वह अपने गांव में रहकर खेती पर ध्यान देता है क्योकि उसे अपनी फसल बहुत अच्छी करनी थी यह कोई छोटा समय नहीं था बहुत बड़ा समय बीत गया था अब दोनों बड़े हो गए थे
दो बच्चों की कहानी
यह सफर बीस का था जो उन्होंने बिना एक दूसरे को देखे तय किया था
पहला दोस्त उससे मिलने जा रहा था क्योकि वह अपने दोस्त को देखना चाहता था
उसे गांव में वापिस जाना था तभी रास्ते में उसकी मुलाकात अपने दोस्त से हुई थी
मगर वह उसे पहचानता नहीं था क्योकि अब वह दोनों बड़े हो गए थे
शहर वाले दोस्त ने कहा की तुम्हे आराम से चलना चाहिए
क्योकि अगर तुम बिना देखे ही चलते हो तो नुक्सान हो सकता है
दूसरा दोस्त कहता है की तुम यहां पर नए हो तभी तुम्हे पता नहीं है
की यह गांव है तुम्हारा शहर नहीं है,
तुम्हे भी देखना चाहिए दोनों की मुलाक़ात तो हो गयी थी मगर वह भी एक छोटे से झगड़े के साथ हुई थी, उसके बाद शहर वाला दोस्त अपने गांव वाले दोस्त मिलने के लिए गांव में जाता है मगर वह अपने घर नहीं होता है वह तो कुछ समय पहले ही उसे मिला था वह इंतज़ार करता है क्योकि कुछ देर बाद वह आ जाएगा, उसकी शादी हो गयी थी क्योकि वह गांव में रहता था उसकी पत्नी कहती है की आप यहां पर इंतज़ार करे वह कुछ देर बाद आ जायँगे.
बीरबल- अकबर और किसान की परेशानी
इस बात को कोई नहीं जानता था की गांव में शेर आया हुआ है उसका दोस्त इंतज़ार कर रहा था उसके पीछे अचानक ही शेर आ गया था उसे ध्यान नहीं था जब उसने पीछे मुड़कर देखा था तो शेर सामना खड़ा था तभी उसका दोस्त आता है और शेर पर हमला कर देता है शहर वाला दोस्त देखता है की यह तो वही आदमी है जो उसे रास्ते में मिला था कुछ देर बड़ा दोनों ने मिलकर शेर को भाग दिया था उसके बाद दोनों को पता चल गया था की वह दोनों दोस्त है
दोनों ने बात की थी शहर वाले दोस्त ने कहा की तुम अभी भी बदले नहीं हो हमेशा दुसरो की मदद करने लगते हो तुम्हारी यह आदत बहुत अच्छी है जिसकी वजह से अजा में शेर से बच पाया था शेर ने आज उस पर हमला कर दिया था मगर तुम्हारी वजह से आज वह बच गया था अपने दोस्त को वह शहर ले जाना चाहता था मगर फिर से वही बात उसने कही थी की वह गांव को छोड़कर नहीं जा सकता है मगर उनकी दोस्ती आज भी बहुत अच्छी है.
कहानी का मोरल :-
Dosti story for kids in hindi with moral, यह कहानी हमे यही कहती है की जीवन में अगर आप अच्छी दोस्ती करते है तो आपके वह हमेशा काम आती है इसलिए जीवन में अच्छे और सच्चे दोस्त अपने साथ जरूर रखने चाहिए, आप कही पर भी रहे दोस्त हमेशा साथ ही रहते है अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो जरूर शेयर करे
दोस्तों की दूसरी मोरल कहानी :- Dosti story for kids in hindi with moral
दो दोस्त बहुत अच्छे दोस्त थे वह एक दूसरे की बात मानते थे वह यह भी जानते थे की जीवन में उन्हें अच्छे दोस्त नहीं मिल सकते है जितने अच्छे वह दोनों दोस्त है कुछ समय बाद ही कुछ लड़के यही चाहते थे की उनकी दोस्ती टूट जाए वह पूरी कोशिश कर रहे थे उन्होंने एक दूसरे को वह बात बतायी थी जिससे वह दोनों आपस में झगड़ सके और ऐसा ही हुआ था.
शेर और लड़के की कहानी
दोनों के बीच झगड़ा हो गया था तभी एक लड़क आता है वह कहता है की तुम बहुत अच्छे दोस्त हो मगर तुम आपस में झगड़ा कर रहे हो यह कैसी दोस्ती है, तुम्हे किसी ने कुछ कहा और तुम लड़ाई करने लगे जबकि तुम्हे पहले सोचना चाहिए था की यह बात कितनी सच है दोनों ने जब यह सुना तो वह अपनी गलती पर पछताने लगे थे उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए उसके बड़ा वह दोनों फिर से दोस्त बन गए थे
बकरी की नयी हिंदी कहानी
हमे अपने जीवन में सच्चे दोस्त बनाने चाहिए मगर उन पर विश्वास भी होना चाहिए अगर आप विश्वास नहीं करते है तो आप जीवन में आगे तक अपनी दोस्ती नहीं ले जा सकते है यह बात आपको ध्यान में रखकर ही अपनी दोस्ती को कायम रखना होगा, हमे दोस्ती पर पूरा भरोसा होना चाहिए तभी हम अपनी दोस्ती पर विश्वास कर सकते है, दो दोस्तों की मोरल कहानी, (story for kids in hindi with moral), (story for kids in hindi) अगर आपको दोनों कहानी पसंद आयी है तो शेयर जरूर करे और कमेंट करके हमे भी बताये.
Read More Hindi Story :-