Essay on child labour in hindi
Essay on child labour in hindi, आजकल बहुत सी जगह पर बच्चों को काम करते हुए देखा गया है जहां पर बच्चों को स्कूल जाना चाहिए आज वह बाल मजदूरी कर रहे हैं बाल मजदूरी के पीछे कोई भी कारण हो सकता है लेकिन एक इसमें जो मुख्य कारण यह है कि शिक्षा का ज्ञान ना होना माना गया है
बाल मजदूरी निबंध और बाल श्रम क्या है :- Essay on child labour in hindi
इसमें मां बाप की जिम्मेदारी भी बहुत ही बड़ी भूमिका निभाती है बाल मजदूरी होने पर बच्चों में जहां पर शिक्षा का ज्ञान विकसित होना चाहिए वहां पर वह शिक्षा से वंचित हो रहे हैं बाल मजदूरी बच्चों के लिए जहां पर एक समस्या बन रही है वहीं पर माता-पिता की जिम्मेदारी यह भी होनी चाहिए कि वह अपने बच्चों को ऐसा ना करने दें इससे उनके विकास में बहुत ही बड़ी बाधा बनती है
बाल मजदूरी के कारण :-
बच्चों को बाल मजदूरी के बारे में ज्ञान नहीं होता है
उनके माता-पिता बच्चों को बाल मजदूरी के लिए भेजते हैं जिससे उन्हें फायदा हो सके
लेकिन वह अपने बच्चे का जीवन बर्बाद कर रहे हैं
उन्हें अपने बच्चों को शिक्षा देनी चाहिए कि वह स्कूल जाएं और अपनी पढ़ाई ध्यान से करें
जिससे जीवन में आगे बढ़ सके बाल मजदूरी होने से बहुत से लोगों को फायदा हो रहा है
उन्हें बहुत ही कम मजदूरी मैं मजदूर मिल जाता है
जिससे उनको फायदा होता है बाल मजदूरी इतनी बढ़ गई है कि
यह राष्ट्रीय तौर पर तो हो ही रहा है लेकिन अंतरराष्ट्रीय भी हो चुका है
आजकल सभी जगह बाल मजदूर को देखा गया है अगर वह ऐसा ही करते रहे
तो उनका उज्जवल भविष्य अंधकार में हो जाएगा माता पिता को चाहिए कि
वह अपने बच्चों की ओर ध्यान दें और उन्हें यह भी समझना चाहिए कि
बच्चों को काम पर लगाना बहुत ही गलत बात है
जिससे उनके आने वाले भविष्य पर बहुत ही बुरा असर पड़ता है
इसलिए उन्हें यह सोचना चाहिए कि नियमित तौर पर
वह स्कूल जाएं और साथी खेलने पर भी ध्यान देना ना कि काम पर ध्यान दें
बाल मजदूरी के कानून :-
बहुत से माता-पिता यह सोचते हैं कि वह अपने बच्चों से काम करवाएंगे जिससे उन्हें फायदा होगा लेकिन उन्हें यह नहीं सोचना चाहिए उन्हें यह सोचना चाहिए कि अगर उनके बच्चे काम पर जाएंगे तो उनका भविष्य बिल्कुल अंधकार में डूब जाएगा और यह न्यायिक तौर पर गैरकानूनी भी है किसी भी बच्चे को काम पर लगाना अच्छा नहीं है बाल मजदूरी की सीमा भी तय की गई है यह 5 साल से 14 साल के बीच में है और इसे ही बाल मजदूरी कहते हैं
कोई भी बाल मजदूर काम करने के लिए इच्छुक नहीं है क्योंकि वह स्कूल जाना और खेलना चाहता है लेकिन माता पिता की गैर जिम्मेदारी के कारण ऐसा होता है कि उन्हें काम पर जाना पड़ता है क्योंकि वह यह सोचते हैं कि हमारा बच्चा हमारे हिसाब से चलेगा जैसा हम उसे चलाना चाहेंगे वैसा ही वह चलता रहेगा
बचपन दोबारा लौटकर नहीं आता :-
यह बात सभी जानते हैं कि बचपन दोबारा लौटकर नहीं आता है अगर हम बचपन में ही उन से काम लेने लगेंगे तो उनका भविष्य क्या रहेगा माता-पिता को सोचना चाहिए कि अगर वह अपने बच्चे से बाल मजदूरी करवाएंगे तो थोड़े से पैसों में उन्हें खुशी तो मिलेगी लेकिन वह उनका जीवन पूरी तरह से बर्बाद कर देंगे
इसलिए उन्हें बिल्कुल भी ऐसा नहीं सोचना चाहिए जो परिवार गरीबी रेखा से नीचे हैं उनके माता-पिता यही सोचते हैं कि वह अपने बच्चों को काम पर भेजेंगे जिससे कि उनका घर चल सके और यह समस्या आम हो गई है उनका मानना यह है कि अगर हम उन्हें स्कूल भेजेंगे तो उन्हें उनका का खर्च उठाना पड़ेगा जिससे कि वह ऐसा नहीं कर पाएंगे इसलिए वह अपने बच्चों से बाल मजदूरी करवाते हैं जबकि ऐसा करना गलत है.
बाल मजदूरी पर निबंध 250 Words
बाल श्रम के कारन हमारे देश में बच्चे अपनी शिक्षा को प्राप्त करने में असफल होते जा रहे है. क्योकि उनके माता पिता जोकि बहुत गरीब होते है. उन्हें बाल श्रम करने के लिए कहते है जिससे उनक बचपन भी दूर होता जा रहा है. जिस बचपन को वह खेलने और पढ़ने पर ध्यान दे सकते थे.
लेकिन बाल श्रम की वजह से वह यह नहीं कर पा रहे है. क्योकि वह बाल श्रम करने के लिए मजबूर होते जा रहे है. अगर हम कृषि की बात करे तो उस जगह पर भी बाल श्रम देखने को मिल जाता है. उनके माता पिता स्कूल भेजने के सिवाय उनसे बाल श्रम करवाते है. अगर हम भारत के कानून की बात करे, यह 14 वर्ष से कम आयु के बच्चो से बाल श्रम नहीं करवाया जा सकता है.
बाल श्रम को रोकने के उपाय :-
हमे उन सभी कारन को ध्यान से देखना होगा जिससे बाल श्रम बढ़ता है. उन्हें रोकने के उपाय करने होंगे. बाल श्रम को रोकने के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने होंगे. जिससे बाल श्रम को रोका जा सकता है. सरकार को बाल श्रम को मजबूर करने पर ध्यान देना होगा. Essay on child labour in hindi अगर आपको यह निबंध पसंद आया है. शेयर जरूर करे .
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