कक्षा सात की हिंदी कहानी, Help hindi stories for class 7

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Help hindi stories for class 7 | Prernadayak Hindi stories

Help hindi stories for class 7, हम आपके सामने दो नयी कहानी लेकर आये है यह दोनों कहानी आपके जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव डाल सकती है जिससे यह कहानी आपको सोचने पर मजबूर कर सकती है हमे उम्मीद है की यह दोनों कहानी (Prernadayak Hindi stories) आपको पसंद आएगी,

कक्षा सात की हिंदी कहानी : hindi stories for class 7

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Help hindi stories for class 7

वह हर रोज अपनी कक्षा में पढ़ने जाया करता था वह इस बात को जानता था की पढ़ाई उसके लिए बहुत जरुरी है इसलिए वह अपनी पढ़ाई पर ध्यान देता था वह किसी को भी परेशान नहीं देखना चाहता था इसलिए जब भी कोई उससे मदद मांगता था तो वह मना नहीं कर पाता था, वह अपनी कक्षा में बैठा हुआ पढ़ाई कर रहा था तभी उसकी खिड़की के पास एक कबूतर आता है वह बीमार लग रहा था उस लड़के का नाम रिजेश था वह उसे देख रहा था

एक सच्ची मदद की कहानी

मगर रिजेश इस बात को जानता था की अभी उसकी कक्षा चल रही है इसलिए वह अभी बाहर नहीं जा सकता था कुछ समय बाद ही वह बाहर जाता है और देखने की कोशिश करता था खिड़की के पास जाता था कबूतर नीचे बैठा हुआ था, वह चल नहीं पा रहा था, उसे वह देखता है मगर कुछ भी समझ नहीं आता है वह इस वक़्त क्या ऐसा करे की वह कबूतर ठीक हो जाए रिजेश कबूतर के पास बैठा हुआ सोच रहा था

 

रिजेश को लग रहा था की शायद वह कबूतर प्यासा हो सकता है वह उसके लिए पानी लेकर आता है वह कबूतर को पानी पिलाता है वह कबूतर पानी पिता है रिजेश समझ जाता है की वह कबूतर प्यासा था यही कारण था की वह चल भी नहीं पा रहा था गर्मी का मोसम था इस मौसम में पानी अधिक जगह से सूख गया था यही वजह से हो सकती है वह उड़ भी नहीं पाया था जब रिजेश कबूतर को पानी पिला रहा था तभी उसे ऐसा करते हुए टीचर ने देख लिया था. 

समस्या कम हो सकती है कहानी

जब रिजेश कक्षा में आया तो उसके टीचर ने रिजेश को बुलाया और उससे पूछा की तुम्हे कैसे पता लगा की वह कबूतर प्यासा था रिजेश ने यह बता सुनी तो टीचर की और देखने लगता है क्योकि उसे नहीं पता था की उसे किसी ने देखा होगा रिजेश कहता है की वह कबूतर प्यासा लग रहा था क्योकि जब कबूतर को ध्यान से देखा तो पता चल गया था की वह खाली जगह पर अपनी चोंच लगा रहा था उसे देखकर लग रहा था की वह प्यासा हो सकता है, तभी टीचर ने कहा की रिजेश बहुत अच्छा लड़का है जिसने कबूतर की बहुत मदद की थी अगर यह उसकी मदद न करता तो वह कबूतर प्यास से मर सकता था उसका यह काम मुझे बहुत पसंद आया था सभी को रिजेश की तरह ही बनना चाहिए,

वक़्त-वक़्त की बात कहानी

Help hindi stories for class 7, यह कहानी हमे यही बताती है की हमे अपने जीवन में पक्षी की मंद करनी चाहिए उनके लिए हमेशा पानी रखना चाहिए क्योकि ऐसा करने से वह प्यास नहीं मरेंगे हमे उनके लिए अच्छे काम करने चाहिए तभी हम उन्हें बचा सकते है

मेरा दोस्त हिंदी कहानी :- Help hindi stories for class 7

वह मेरा बहुत अच्छा दोस्त है. मगर आजकल वह मुझसे बात नहीं करता है. मेने बहुत कोशिश की थी. वह मुझे बता सकता था. क्या बात है. मगर वह मुझे बताने के लिए तैयार नहीं था. वह मेरे पास ही बैठा करता था. मगर कुछ दिन से वह मुझसे अलग बैठ रहा था. मुझे भी यह अच्छा नहीं लग रहा था. उसका नाम सुनील है. सुनील को क्या हुआ था. वह मुझसे ही नहीं बल्कि किसी से भी बात नहीं कर रहा था.

बुराई से दूरी अच्छी कहानी

जब क्लास छूट गयी थी. सभी घर जाने लगते है. सुनील भी घर जा रहा था. में उसके पीछे चल रहा था. सुनील मेरे घर के पास ही रहता है. मगर वह बहुत दिन से किसी से बात करता हुआ नज़र नहीं आया था. उसे क्या हुआ था आज में उससे जरूर पूछ सकता हु, अगर वह मुझे नहीं बताता है. तो शायद मुझे उसके घर जाना होगा. यह बात सुनकर सुनील रुक जाता है. वह कहता है की आज कल वह बहुत परेशान है जबकि वह किसी से नाराज नहीं है. बल्कि उसे लगता है की वह अपनी पढ़ाई को लेकर कुछ अधिक चिंता कर रहा है.

समय महान है कहानी

क्योकि कुछ दिन पहले ही उसके पिताजी ने कहा था अगर वह अच्छे नंबर नहीं लाता है.

तो उसे पढ़ने की जरूरत नहीं है. वह मुझे गांव में भेज सकते है.

यह सुनकर मुझे बहुत डर लग रहा है. अब बात समझ आ गयी थी.

उसकी बात सुनकर मुझे लग रहा था. उसे टीचर से बात करनी चाहिए.

अगले दिन वह अपनी समस्या टीचर को बता देता है.

उसी दिन सुनील के पिता को स्कूल बुलाया जाता है. उनसे बात की जाती है.

शायद वह अब समझ गए थे. क्योकि अगर वह सुनील पर दबाव डालते है.

तो वह आगे पढ़ नहीं सकता है. उसके बाद सुनील को अच्छा लगता है.

जीवन में समस्या आती है. मगर उनका हल भी होता है.

परेशान न करे हिंदी स्टोरी :- Help hindi stories for class 7 

वह लड़की कक्षा सात में पडती थी, वह बहुत कम ही बोलती थी सभी बच्चे यही समझते थे की वह बहुत ज्यादा घमंडी है यही कारण हो सकता है की वह बात नहीं करती है मगर सच क्या था कोई भी इस बात को नहीं जानता है वह अभी उस स्कूल में नयी आयी थी वह किसी को भी नहीं जानती थी, यह भी बात हो सकती थी बात कोई भी हो वह सब कुछ समझ सकती थी कक्षा में पढ़ाई हो रही थी सभी बच्चे पढ़ाई कर रहे थे

जीवन की अच्छी बातें कहानी

कक्षा की टीचर उस लड़की से पूछती है की तुम्हे इस प्रश्न का मतलब पता है

वह लड़की उस प्रश्न का उत्तर देती है वह टीचर भी समझ जाती है की

उस लड़की को उस प्रश्न का उत्तर आता है

बहुत से बच्चे भी उसका जवाब नहीं दे पाते है

क्योकि वह अधिक पढ़ाई नहीं करते है

इसलिए वह जवाब नहीं दे पाते है टीचर कहती है

की यह दूसरे स्कूल से पढ़कर यहां पर आयी है

फिर भी यह बहुत से प्रश्न का उत्तर जानती है

क्योकि यह घर पर पढ़ाई करती है

जबकि तुम सभी ध्यान नहीं देते हो,

 

जब सभी को यह बात सुनाई जाती है तो वह गुस्सा हो जाते है और सोचते है की इस लड़की की वजह से ऐसा हुआ था जबकि हमे यह बात सुनायी गयी है हमे अच्छा नहीं लग रहा है वह उस लड़की के पास जाते है और कहते है की तुम्हे ऐसा है करना चाहिए था तुम्हारे वजह से हमे कक्षा में सुनना पड़ा था वह लड़की उनकी बात पर ध्यान नहीं देती है और चली जाती है ऐसा लगता था की पढ़ाई उसके लिए बहुत जरुरी है वह उसके सामने कुछ भी नहीं देखती है

दोस्ती की नयी कहानी

अगले दिन जब वह आती है, तो सभी बच्चे उसे परेशान करते है वह उन पर ध्यान नहीं देना चाहती है मगर सभी बच्चे नहीं मानते है उसे लगातार परेशान करने लग जाते है कुछ देर बाद वह बाहर जाने की कोशिश करती है मगर वह अचानक ही गिर जाती है उसे पैर में चोट आ जाती है जिसकी वजह से उसे काफी तकलीफ होती है कुछ समय बाद टीचर आ जाते है और पूछते है की यह क्या हुआ है तुम्हारे पैर में चोट आयी है वह कहती है की में अचनक गिर गयी थी.

मुझे क्या करना चाहिए 

मगर टीचर को लगता है की ऐसा कुछ नहीं हुआ होगा शायद उसे परेशान किया गया होगा वह सभी से पूछते है मगर कोई भी जवाब नहीं देता है लड़की कहती है की इसमें इनका कोई भी दोष नहीं है टीचर उन्हें कुछ नहीं कहते है मगर अगले दिन से सभी बच्चे बदल गए थे

 

हिंदी कहानी का मोरल :- हमे बिना सोचे ऐसा कोई भी काम नहीं करना चाहिए जिससे किसी को परेशानी का सामना करना पड़े हमे जीवन में अच्छे काम पर ध्यान देना चाहिये वह लड़की अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे रही थी मगर बच्चे उसे परेशान कर रहे थे ऐसा सोचना ही गलत होता है.

समय पर समझे हिंदी कहानी

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