hindi ki kahani
जीवन में ऐसा सभी के साथ हो जाता है मगर हमे कभी भी घबराना नहीं चाहिए, क्योकि उम्मीद की नयी किरण हमारा इंतज़ार कर रही होती है बस आपको थोड़ा इंतज़ार करना होता है, यह उम्मीद की नयी किरण कहानी (hindi ki kahani) आपको पसंद आएगी,
उम्मीद की नयी किरण कहानी : hindi ki kahani
सब कुछ अच्छा चल रहा था, लेकिन मन में हमेशा यही बात आती थी की भविष्य में क्या होगा, क्योकि इंसान जो सोचता है वैसा होता नहीं है, हम तरह से कोशिश करते है की हम आने वाले कल को बेहतर बना सके मगर ऐसा होता है तो बहुत अच्छा है, लेकिन हम सभी कोशिश कर सकते है, इससे ज्यादा हमारे वश में कुछ नहीं होता है,
राम सिंह जो बहुत ही दयालु और एक अच्छा इंसान था, वह किसी की भी मुसीबत को नहीं देख सकता था, इक दिन उसका पड़ोसी मदद मांगने आया था, राम सिंह ने उसकी मदद की थी, उसे शायद कुछ पेसो की जरूरत थी, राम सिंह के पास जितने भी पैसे थे उसे दे दिए थे, और कहा की जब तुम्हारे पास हो दे देना है, इन्हे लेकर यह मत सोचना की मेने कोई एहसान किया है
हम इंसान एक दूसरे के काम आये यही हमारा सच्चा धर्म है, उसके पड़ोसी ने जब यह बात सुनी तो शायद राम सिंह उसके लिए एक फ़रिश्ते से कम नहीं थे, राम सिंह का पड़ोसी उसके बाद वहा से चला गया था, कुछ दिन बीत गए थे राम सिंह का पड़ोसी किसी कारणवश उस शहर से चला गया था, राम सिंह को अच्छा नहीं लग रहा था क्योकि उसके पास रहते हुए बहुत साल बीत गए थे,
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जब इतने समय बाद कोई जाता है तो बहुत दुःख होता है, इस तरह समय गुजरता गया और इस बात को लगभग दस साल और बीत गए थे, राम सिंह की लड़की भी अब बड़ी हो चुकी थी, अब उसकी शादी की भी चिंता राम सिंह को थी, राम सिंह की सिर्फ एक ही लड़की थी, उसका और कोई लड़का भी नहीं था, लड़की की शादी के बाद वह अकेला ही पड़ जाता, मगर और क्या कर सकता था,
राम सिंह ने बहुत कोशिश की थी, मगर कही से भी बात नहीं चल रही थी, राम सिंह इतना अमीर नहीं था, की वह हर जरूरत को पूरा कर पाए, वह अपनी पूरी कोशिश कर रहा था कही कुछ नजर नहीं आ रहा था. राम सिंह घर में अकेला और लड़की की शादी की चिंता अब उसे परेशानी में डाल रही थी, ऐसे करते कुछ और दिन बीत गए थे,
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राम सिंह अपने यहां पर बने मंदिर में रहने वाले पुजारी से मिला और अपनी समस्या का हल प्राप्त करना चाहा, पंडित जी ने कुछ उपाए भी करने को बताये थे, जिससे उनकी समस्या का समाधान हो सके, सभी काम कर लिए थे राम सिंह ने पर कुछ भी हाथ नहीं लग रहा था, मुख्य कारण था पेसो की समस्या, लेकिन अब वह पूरी नहीं हो पा रही थी,
राम सिंह ने बहुत से दोस्तों से इस बारे में काफी मदद मांगी थी लेकिन कुछ भी नहीं हो पा पाया था, शायद कोई मदद करने को त्यार नहीं थी, और ऐसा होता भी है लेकिन क्या किया जा सकता था, थक हारकर वह घर वापिस आ गया था, आज मुझे मदद की जरूरत है मगर कोई भी करने को त्यार नहीं है, लेकिन जब भी किसी को जरूरत होती थी तो मेने कभी मना नहीं किया था,
ऐसा सोचते हुए राम सिंह को नींद आ गयी थी, जब इंसान का दिमाग परेशान होता है तो वह थक ही जाता है और कभ-कभी नींद भी आ जाती है, जब उसकी लड़की आयी तो उसने अपने पिताजी को जगाया और कहा की मुझे अभी शादी नहीं करनी है राम सिंह अपनी लड़की की बातों को समझ चुका था, वह जानता था की वह बहुत परेशान है और कुछ भी नहीं हो रहा है इसलिए वह मना कर रही है,
लेकिन ऐसा कैसे हो सकता है, की हम कोशिश करे और वह काम न हो, हां ये बात और है की समय लग जाता है, मगर हमे उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए, राम सिंह उठा और अपने घर के सामने टहलने लगा था, तभी उसकी नज़र अपने पड़ोसी पर गयी थी, जोकि सामने से चला आ रहा था, उससे मिले तो बहुत साल हो गए थे, जब वह आया तो राम सिंह उसे देखकर बहुत खुश हुआ था,
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बहुत साल बाद वह आया था, जब वह राम सिंह से मिला तो उसे भी बहुत अच्छा लगा था, राम सिंह को उसने बताया की अगर तुम मदद न करते तो शायद मुसीबत मेरा पीछा नहीं छोड़ती, राम सिंह ने कहा की हम मदद न करे तो कोई और कर देगा, मेरा मानना तो यह है की हमे जरूरत पड़ने पर मदद करनी चाहिए लेकिन लोग ऐसा नहीं सोचते है,
राम सिंह की बातों में आज उसकी मज़बूरी झलक रही थी, उसके पड़ोसी ने मुसीबत को भाप लिया था लेकिन पूरी जानकारी उसे नहीं थी की राम सिंह को क्या समस्या है, बातों-बातों में राम सिंह के मुँह से निकल ही गया था की लड़की की शादी नहीं हो पा रही है, और अब मुझे जरूरत भी है तो मेरी मदद करने को कोई भी त्यार नहीं होता है,
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क्या आज के लोग भी बदल चुके है वह जब ही याद करते है जब उन्हें जरूरत होती है क्या हम इंसान इतने खुदगर्ज हो चुके है, तभी उसके पड़ोसी ने कहा की आप चिंता क्यों करते है सब ठीक ही होगा आप कुछ भी चिंता न करे जब में आपके यहां पर रहता था तो यही सोचा करता था की आपकी लड़की के साथ मेरे लड़के का विवाह हो जाए मगर में आपसे यह कह नहीं पाया था,
लेकिन आज में यह बात कह सकता हु की आपकी लड़की के साथ मेरे लड़के का विवाह जरूर होगा, राम सिंह को भी बहुत अच्छा लग रहा था क्योकि आज उसके दोस्त के यहां पर उसकी लड़की की शादी होगी उसे अब चिंता नहीं लग रही थी, हम कितनी भी मुसीबत में हो उम्मीद की किरण नज़र जरूर आती है लेकिन हमे जीवन में धर्य रखना जरुरी होता है,
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