Hindi ki kahani
Hindi ki kahani, यहां पर हमने दो कहानियां दी है, यह दोनों कहानी आपको पसंद आएगी, इन दोनों कहानी से हमे कुछ जरूर सीखने को मिलेगा, एक दिन एक आदमी जंगल से गुजर रहा था तो उसे एक बहुत बड़ा हीरा पड़ा हुआ मिला
हीरा है या पत्थर हिंदी कहानी :- Hindi ki kahani
उस आदमी ने हीरे को उठा लिया वह सोचने लगा कि कैसा पत्थर है क्योंकि यह तो बहुत तेज चमकता है और ऐसा पत्थर तो मैंने कभी देखा नहीं, शायद यह अनमोल पत्थर है और हीरे को वह अपनी जेब में रखकर आगे चल पड़ा जब हीरे को उठा रहा था तो किसी चोर ने उसे देख लिया था और सोचा कि जब भी अकेला कहीं मुझे मिलेगा इसे मैं लूट लूंगा
कुछ पल में सब बदल गया कहानी
चोर ने सोचा कि अगर यह मुझे मिल जाए तो मुझे कुछ भी करने की कोई जरुरत नहीं है और उस आदमी का पीछा करने लगा जब मैं हीरे को लेकर आदमी जा रहा था तो उसे सामने से एक और आदमी आता हुआ दिखाई दिया और कहा कि मेरे पास एक अजीब सा पत्थर है जो बहुत तेज चमकता है
तुम बता सकते हो कि यह क्या है जब उसने अपनी जेब में से वह हीरे को निकाला और दिखाया तो आदमी सोचने लगा कि यह तो मेरी समझ से बाहर है कि है क्या चीज़ क्योंकि मैंने भी इसको कभी नहीं देखा तुम्हें कहां पर मिला तभी उस आदमी ने कहा कि मैं जब जंगल के बीचो-बीच था तब मुझे यह कहीं पड़ा हुआ मिला
वक़्त-वक़्त की बात कहानी
तब उस आदमी ने कहा की से तुम किसी सोनार को दिखाओ हो सकता है वह है इसके बारे में कुछ बता पाए क्योंकि ऐसी चीजें तो वही रखता है और जैसे ही उस आदमी ने सोचा कि इसे मैं जाकर बाजार में सुनार को दिखाऊंगा शायद इसका मुझे कुछ काम मिल जाए
क्योंकि यह चमकता है चोर ने सोचा कि इससे पहले कि यह सुनार इसे बेच दे मैं मुझे ऐसे छीन लेना चाहिए और अपने पास रख लेना चाहिए चोर ने उसके हाथ से छीना और वहां से भाग गया जब चोर भाग रहा था तो सामने से शेर आ गया शेर को देखकर चोर डर गया उसके हाथ से है वह हीरा गिर गया और शेर को देखकर वह चोर वहां से भाग गया और जैसे ही वह भागा शेर भी उसी के पीछे पीछे भागा पीछे से जो आदमी आ रहा था उसने अपना हीरा फिर से पड़ा हुआ देखा और उसने उठा लिया
जीवन की अच्छी बातें कहानी
और बाजार की ओर चल दिया सुनार के पास पहुंचा और उसने उसे दिखाया तो सुनार ने कहा यह तो बहुत अनमोल है इसके लिए तुम्हे बहुत सा पैसे दूंगा वह आदमी सुनार से पैसे लेकर अपने गांव वापस लौट आया और उसे बहुत सारा धन भी मिला जिससे उसने अपनी बहुत सारी जमीन खरीदी और अपना आराम से जीवन व्यतीत करने लगा.
जीवन में समय की पहचान कहानी :- Hindi ki kahani
सुमित के पापा बताते है, की जीवन में तुम्हे जो भी काम करना है, हमेशा ट्रैन की तरह ही करो, सुमित को उसके पापा समझाते है, की जिस तरह ट्रैन हमेशा चलती रहती है, उसी तरह ही तुम्हे भी अपने जीवन में चलते ही रहना है, अगर तुम किसी भी काम से घबराये तो जीवन में आगे कभी नहीं बाद सकते है, जीवन में आगे रहने के लिए हमे हमेशा चलते ही रहना होगा, अगर हम रुकते है तो हम उसी जगह रुक जाते है,
पता नहीं कौन था कहानी
सुमित ने अपने पापा से पूछा, की पापा अगर में ट्रैन की तरह काम करता हु, तो अपने जीवन में कामयाब बन सकता हू, सुमित के पापा ने बताया की तुम्हे अपने काम के प्रति हमेशा ईमानदारी रखनी होगी, तभी तुम कामयाब बन सकते है, सुमित को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था, तभी उसके पापा ने बताया, की अगर तुम्हे घर के लिए होमवर्क मिलता है, और तुम उसे नहीं कर पाते हो, तो क्या होगा,
सुमित ने कहा की अगर मेरा होम वर्क पूरा नहीं होगा, तो मुहे क्लास में काम पूरा न होने पर डाट मिलेगी, उसी तरह ही तुम्हे अपने काम को पूरा करना होगा, अगर तुम अपना होमवर्क पूरा कर लोगे, तो तुम्हे कोई भी नहीं डाँटेगा, जीवन में रुकोगे तो कभी भी अपना काम नहीं कर पाओगे,
अकेलापन कहानी
इसलिए कहते है की ट्रैन की तरह ही बनना चाहिए, वो हमेशा चलती रहती है, और अपनी सवारी को मंजिल तक पहुँचती है, अपने पापा की बात अब सुमित समझ चुका था, इसलिए बच्चो हमेशा जीवन में चलते रहिये और एक कामयाब इंसान बन जाए, हीरा है या पत्थर कहानी, hindi ki kahani, अगर आपको यह दोनों कहानी पसंद आयी है, तो आप इन्हे शेयर जरूर करे
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