Hindi me kahani | बीमारी से मिला छुटकारा कहानी
Hindi me kahani, एक नगर में सेठ रहता था लेकिन वह बहुत ही परेशान रहता था उसने बहुत सारा धन कमाया था लेकिन धन कमाने के बाद वह बीमारियों से ग्रस्त हो गया उस सेठ का चलना फिरना भी बहुत मुश्किल हो गया था अब घर पर ही रहता था और हमेशा यही सोचता था कि कब मैं बीमारी से बाहर निकलूंगा
बीमारी से मिला छुटकारा कहानी :- Hindi me kahani
hindi me kahani, उसने अपनी बीमारी को ठीक करवाने के लिए बहुत से डॉक्टरों को बुलाया but कोई भी उसे ठीक नहीं कर पा रहा था तभी उसका पड़ोसी उससे मिलने आया उसे हालचाल पूछा और सेठ ने कहा कि मैं तो बहुत ही बीमार रहता हूं अब बीमारी इतनी बढ़ गई है कि मैं कुछ भी नहीं कर पा रहा हूं अगर मैं ठीक हो जाऊं तो मैं बहुत से काम कर सकता हूं उसका पड़ोसी उसकी बातें सुन रहा था तभी उसे ध्यान आया कि हमारे गांव में एक साधु महाराज जी आए हैं
जो किसी को भी ठीक कर सकते हैं जब यह बात सेठ को पता चली तो वह बहुत खुश हुआ but जितनी जल्दी हो खुश हुआ था उतनी ही जल्दी निराश भी हो गया क्योंकि वह उस साधु महाराज जी के पास कैसे जाएगा उसका पड़ोसी यह जानकारी देकर चला गया but सेट यही सोच रहा था कि साधु महाराज जी के पास मैं कैसे जाऊं , मैं तो बहुत ही बीमार हो गया हूं तभी सेट ने अपना नौकर साधु महाराज जी के पास भेजा और कहा कि साधु महाराज जी हमारे यहां पर आ जाएं ऐसा कहकर उन्हें बता देना
जब सेठ का नौकर वापस आया तो उसने कहा कि साधु महाराज जी ने कहा है कि अगर आपको कोई भी समस्या का हल चाहिए तो खुद ही आना पड़ेगा सेठ ने सोचा कि मेरी ही समस्या है अगर मैं अपनी समस्या के लिए नहीं जाऊंगा तो और कौन जाएगा सेठ बहुत हिम्मत करके साधु महाराज जी के पास गया और अपनी समस्या बताई साधु महाराज जी ने कहा कि मैंने तुम्हारी समस्या सुन लिया but इसका उपाय मैं आपको कल दूंगा सेठ ने सोचा मैं तो बहुत ही मुश्किल से अब आया हूं और मैं कैसे बार-बार आऊंगा
तभी साधु महाराज जी ने कहा कि अगर तुम्हें अपनी समस्या का हल चाहिए तो कल ही आना पड़ेगा अगले दिन सेठ के साधु महाराज जी के पास पहुंचा और कहा कि मेरी समस्या का उपाय बताएं साधु महाराज जी ने कहा कि कल आना मैं कल ही तुम्हारे उपाय बता पाऊंगा आज तो बहुत ज्यादा जनसंख्या आई हुई है मैं तुम्हें उपाय नहीं बता सकता ऐसा करते हुए उसे 7 दिन बीत चुके थे जब सेठ सातवें दिन पहुंचा और पूछा कि अब हमारी समस्या का हल बता दीजिए
हिंदी में कहानी, hindi me kahani, तभी सेठ को साधु महाराज जी ने कहा कि अब तो कोई समस्या ही नहीं है तुम तो अब आराम से चल सकते हो तुम्हें तो कोई बीमारी भी नहीं है तब सेठ ने ध्यान दिया कि हां मैं तो 7 दिनों के अंदर अच्छा हो गया हूं असल में सेठ को कोई बीमारी नहीं थी सिर्फ चल फिर नहीं पा रहा था क्योंकि बैठे-बैठे सारे काम करता था जब मनुष्य 1 ही जगह बैठा रहता है तो उससे बहुत सारी बीमारियां लग जाती हैं इसलिए हमें थोड़ा बहुत चलना भी चाहिए चलने से हमें काफी बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है साधु महाराज जी की सीखः सब के काम आएगी.
गरीब आदमी की बीमारी हिंदी कहानी :- hindi me kahani
एक दिन साधु जी को एक आदमी मिलता है वह बहुत “गरीब” है और “बीमार” भी है, साधु जी उसे अपने साथ में लेकर जाते है, उसका इलाज करते है, वह आदमी बहुत गरीब था उसके पास कोई घर नहीं था, साधु जी उसकी बाते सुनते है, उसके बाद उन्हें पता चल गया था, की उनके बेटे ने घर से उन्हें निकाल दिया था, इसलिए वह आदमी बहुत परेशान हो गया था, वह बूढ़ा भी हो गया था, वह काम भी नहीं कर सकता था, इसलिए वह “बीमार” हो गया था,
जब यह बात साधु जी ने सुनी तो उन्हें बहुत बुरा लगा था, क्योकि उनका लड़का यह कैसे कर सकता है, साधु जी अपने एक शिष्य को बुलाते है, उसे बताते है, वह इस आदमी के घर जाये उसके लड़के को लेकर आये कुछ समय बाद वह लड़का आता है, साधु जी को देखता है उनसे कहता है की आपने मुझे क्यों बुलाया है, साधु जी कहते है तुम्हारे अंदर घमंड आ गया है क्योकि तुम्हे धन का लालच हो गया है वह लड़का अपने पिताजी को देखता है वह कहता है आपको इन्होने बताया होगा, साधु जी कहते है हम इन्हे धनवान बना सकते है मगर तुम्हारी सोच को नहीं बदल सकते है जिसे सिर्फ धन नज़र आता है
hindi me kahani, जब साधु जी उस आदमी को बहुत अधिक धन देते है तो वह लड़का देखता रहता है क्योकि अब उसके पिताजी के पास बहुत धन हो गया है अब उसे पता चल गया था धन की कोई कीमत नहीं है जब तक हमारे अपने साथ है वही हमारा सच्चा धन है, उसके बाद वह लड़का साधु जी से माफ़ी मांगता है लेकिन वह कहते है माफ़ी तुम्हे अपने पिताजी से मांगनी चाहिए, उसके बाद पिताजी उसे माफ़ कर देते है यह जीवन है इसमें हमे सभी के साथ अच्छा सोचना चाहिए
Read More Hindi Me Kahani :-
Read More-समय पर नहीं आया एक कहानी
Read More-मंगू की आदत की कहानी
Read More-बीमारी से मिला छुटकारा कहानी