सुविधा की हिंदी कहानी

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Hindi stories, आज इस ऑनलाइन के जमाने में इस कहानी का बहुत महत्व है, यह कहानी हमे यही बताती है, की हमे सुविधा का प्रयोग कैसे करना चाहिए. जो दो आदमी आपस में बात कर रहे थे तभी तीसरा भी वही पर आ गया था, वह भी उनके पास बैठ गया था, तीसरा आदमी उन्हें नहीं जानता था,

सुविधा की हिंदी कहानी : Hindi stories

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दोनों आदमी आपस में बात कर रहे थे, की आज का समय बहुत बदल गया है किसी के भी पास समय नहीं है, यहां की दुनिया अब बहुत तेजी से बदल रही है, आज सारे काम ही मोबाइल से हो जाते है, अगर किसी का हाल ही पूछना हो तो वह भी मोबाइल से हो जाता है, कोई किसी के भी पास नहीं जाता है,

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जब तक आप किसी से मिलते नहीं है तब तक सही बात कहा पर पता चलती है, मोबाइल से हमारी दूरिया बढ़ रही है, पहले समय में ऐसा नहीं था, सभी लोगो के पास मिलने का समय था, सभी समय निकालकर मिलने आ जाते थे छोटे बड़ो से आशीर्वाद लेते थे, जब बड़ो का मन होता था तो वह छोटे से मिलने आते थे, मगर मोबाइल पर सारे काम होने लगे है, उसी पर एक दूसरे की शक्ल देख लेते है, और वही से आश्रीवाद भी लेते है, यह क्या हो रहा है हमे कुछ भी समझ नहीं आ रहा है, शायद समय बदल रहा है,

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तीसरा आदमी वही पर बैठा था वह दोनों की बात को सुन रहा था मगर कुछ भी नहीं बोल रहा था, बात करते हुए वह अपनी बातो में आगे बढ़ते है अभी एक बात यह भी है की अगर शादी की बात करे तो वह भी आजकल ऑनलाइन से होती है लड़का और लड़की एक दूसरे को दूर से ही देख लेते है और शादी पक्की हो जाती है, हमारे समय में तो कोई भी किसी को नहीं देखता था, फिर भी शादी होती थी, आज कल तो कुछ समझ में नहीं आता है की क्या हो रहा है, यह कोई बात है,

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कल की बात है हम एक जगह पर गए थे वह पार्टी का समय था, वहा पर भी दो लोग बात कर रहे थे, वह कह रहे थे की लड़का अमेरिका में रहता है मुझे लड़का बहुत पसंद है, वह अमेरिका में रहता है और वही पर काम भी करता है लड़की को भी वही पर ले जाएगा, शादी की तैयारी चल रही है, उसे हमने ऑनलाइन ही देखा है सभी ने उसे असल में देखा नहीं है और सब कुछ तय हो गया है, उनकी बाते सुनकर तो ऐसा ही लगता है, की ऑनलाइन होने का मतलब तो यह है की शादी भी ऑनलाइन ही हो जायेगी, यह कोई बात है, मेरी समझ में नहीं आता है,

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तभी तीसरा आदमी बोलता है की इसमें ऑनलाइन होने की गलती नहीं है बल्कि गलती तो हमारी अपनी है, जो हमे सब कुछ घर पर ही चाहिए अगर हम ऐसा नहीं सोचते है तो ऐसा कभी भी नहीं हो सकता है आज की सुविधा का प्रयोग आप अपनी इच्छा से कर सकते है अगर आप यही चाहते है की इसका प्रयोग आप सभी काम में करे तो ऐसा ही होगा, अगर आप चाहते है की कुछ जरूरत के हिसाब से करे तो वैसा ही होगा, 

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hindi stories, तीसरे आदमी की बात सभी को सही लग रही थी, क्योकि अगर हम इस तरह काम करेंगे तो ऐसा ही होगा, इसलिए सुविधा का प्रयोग उतना ही करना चाहिए जितना जरुरी होता है, अगर आप सुविधा पर निर्भर हो जाएंगे तो आप उनके बिना कभी नहीं रह सकते है, इसलिए ऐसा नहीं करना चाहिए. यह कहानीसुविधा की हिंदी कहानी, hindi stories, आपको कैसी लगी हमे जरूर बताये, और अगर पसंद आयी है तो शेयर भी करे, 

अधिक facility से बचे हिंदी कहानी :- Hindi stories

कभी कभी life में हमारे लिए facility का प्रयोग करना अच्छा नहीं होता है. क्योकि हम lazy बन सकते है. हम काम करने के प्रति aware नहीं हो पाते है. यह कहानी एक लड़के की है. वह लड़का जोकि पहले से ही lazy था. उसके पिता को लगता था. अगर यह काम नहीं कर सकता है. यह आलस के पास ही रह सकता है. इसलिए वह सोचते है. मुझे इसे इसके अंकल के पास भेज देना चाहिए.

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उस लड़के के पिता अपने लड़के से कहते है.

कल तुम्हे अपने अंकल के पास जाना है. उन्हें यह खत देना है.

उसके बाद कुछ दिन वही पर रहना है. लड़का कहता है. इस खत में क्या है.

पिता कहते है यह उन्हें देना है. उसके बाद वह जो भी तुम्हे कहते है वह काम भी करना है.

लड़का खत लेता है. उसके बाद अंकल के यहां चला जाता है.

वह लड़का नहीं जानता था. इस खत में क्या है. मगर वह जब अंकल के पास जाता है.

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वह लड़का भूल जाता है. जो पिता ने उसे खत दिया था. अंकल उसे देखते है. उसके बाद कहते है. तुम बहुत दिन बाद आये हो. यह बहुत अच्छा किया है. आज तुम आ गए हो. तुम्हारे school अब बंद हो गए है. अब तुम्हे मेरे पास रुकने में कोई समस्या नहीं आ सकती है. अंकल उसे बहुत पसंद करते थे. क्योकि अंकल के कोई लड़का या लड़की नहीं थे. इसलिए उसे वह सभी facility देते है. जिससे वह लड़का यहां पर परेशान न हो.

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अब वह लड़का बहुत आलसी होता जाता है. क्योकि उसे यहां पर सभी facility मिल रही थी. जब बहुत दिन बीत गए थे. अब वह लड़का कहता है. मुझे आज याद आया है. पिता ने आपके लिए खत दिया था. अंकल कहते है. मुझे वह खत दो. उसमे लिखा था. मेरा लड़का बहुत आलसी हो गया है. इसका आलस दूर करना है. इसे कुछ कमा सिखाना है. जिससे यह life में कमजोर न बने. मगर अब इनके लिए देर हो गयी थी.

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hindi stories, अब अंकल कुछ नहीं कर सकते थे. आज पिता भी आ गये थे. क्योकि बहुत दिन बीत गए थे. जब पिता अंकल से बात करते है. वह दोनों लड़के को देखते है. लेकिन अब क्या करे. अब अगले साल आना होगा. क्योकि अब लड़के के school खुल रहे है. यह कहानी हमे जिम्मेदारी को समझने के लिए बताई गयी है. हम इस life में सभी काम कर सकते है. मगर हमे अपना आलस दूर करना है. हमे अधिक फसिलिटीज़ दूर रहना है. उसके बाद हम जीवन को अच्छा बना सकते है.

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