Hindi stories jab dono mile | hindi stories moral
यह दो लोगो की हिंदी स्टोरीज, hindi stories jab dono mile है, वह बहुत समय पहले ही दूर हो गए थे उन्हें नहीं लगता था की वह कभी भी जीवन में दुबारा मिल सकते है मगर जब कोई बहुत साल बाद मिलता है hindi stories moral तो उससे मिलकर बहुत अच्छा लगता है ऐसा बहुत ही कम होता है but जब होता है तब इसका अहसास ही अलग होता है वह दोनों कभी साथ में काम करते थे, but उन्हें नहीं पता था की कुछ समय बाद दोनों अलग हो जायेंगे.
जब दोनों मिले हिंदी कहानी : hindi stories jab dono mile
hindi stories with moral, ऐसा नहीं है की वह तब ही साथ में थे जब काम करते थे वह दोनों कक्षा चार से साथ में थे और बहुत समय से साथ में पढ़ाई भी की थी वह यही चाहते थे की जब भी साथ में रहे तो वह कभी अलग न हो, but कुछ बाते हमारी सोच तक ही रह जाती है उनकी बाते भी ऐसी ही थी वह जिस जगह पर काम करते थे उस जगह से उनमे से एक को जाना था वही से दोनों अलग हो गए थे इस जमाने में फ़ोन नहीं हुआ करता था इसलिए मिलना भी बहुत मुश्किल हो गया था.
जीवन की अच्छी बातें कहानी
दोनों अलग हो गए थे और उनकी शादी भी हो गयी थी अब वह अपनी अपनी जिनदगी में ही हमेशा व्यस्त रहते थे इस बात को जानते थे की वह शायद कभी मिल पायंगे Because जिस कम्पनी में वह काम करते थे अब दोनों की कम्पनी भी बदल गयी थी अब कुछ भी कहना मुश्किल था उनके पास कोई पता अभी नहीं था जिससे वह मिल सकते है समय बीत गया था जैसा की सभी जानते है की समय रुकता नहीं है वह भी तेजी से निकल रहा था दोनों के बच्चे बड़े हो गए थे अब उनकी शादी की जा सकती थी,
दोनों दोस्तों के पास एक लड़का और दूसरे के पास एक लड़की थी, वह दोस्त तो नहीं मिल पाए थे but उनके बच्चे मिल गए थे वह दोनों एक ही कक्षा में पढ़ते थे और उनकी दोस्ती भी बहुत अच्छी हो गयी थी वह साथ में पढ़ाई करते थे यह बात भी सही है जैसे दोनों अच्छे दोस्त थे वह भी दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे एक दिन लड़के के पिताजी मिलने आये थे Because वह जानना चाहते थे की लड़का अपनी पढ़ाई पर ध्यान भी दे रहा है या नहीं, वह मिलने आते है but अपने लड़के के पास एक लड़की को देखते है.
जीवन की सच्ची बातें कहानी
वह सोचते है की यह कौन है वह अपने लड़के को बुलाते है और कहते है की यह कौन है जिससे तुम बाते कर रहे हो वह लड़का बताता है की यह लड़की मेरे साथ में पढ़ती है, वह उस लड़की के पिताजी का नाम पूछते है और नाम सुनकर सोचते है क्योकि यह नाम उसके दोस्त का था नाम तो किसी का भी हो सकता है but अपने दोस्त की याद आती है वह सोचते है की अगर वह आज होता तो बहुत अच्छा होता but ऐसा नहीं है पिताजी वापिस चले जाते है और कहते है की अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना,
वह घर तो आ जाते है but आज एक नाम सुनकर उन्हें आज कुछ अलग महसूस हो रहा था उन्हें पता था की उनका दोस्त आज कहा होगा यह बात भी वह नहीं जानता है but कोई शहर हो तो उसे देखा जाए कुछ समय बाद ही लड़के का जन्मदिन आता है वह घर आता है और अपने कुछ दोस्त को ले आता है Because उसका जन्मदिन होता है उसमे वह लड़की भी होती है जिससे पहले ही पिताजी ने भी देखा था पिताजी उस लड़की के पास आते है और कहते है की तुम कहा रहती हो और तुम्हारे पिताजी क्या करते है
विश्वास से सब कुछ होता है
वह लड़की सब कुछ बता देती है मगर इससे कुछ भी पता नहीं चलता है Because वह उसका दोस्त तब था जब उसकी शादी भी नहीं हुई थी but आज तो पता लगाना भी मुश्किल था but एक बात थी जिससे पता अचल सकता था क्योकि जब वह पहली बार जॉब पर लगा था तो दोनों उस समय साथ में थे वह फिर पूछते है की वह सबसे पहले कमा किस जगह पर करते थे लड़की उन्हें बता देती है अब उसे कुछ समझ आ रहा था कई वह उसका दोस्त तो नहीं है
समस्या कम हो सकती है कहानी
Hindi stories | Hindi stories moral, जन्मदिन अगले दिन था लेकिन वह आदमी यही सोचता था की कही यह लड़की मेरे दोस्त की बेटी तो नहीं है वह सब कुछ अपनी पत्नी को बता देता है और लड़की से पता लेता है और सब कुछ जानने के लिए अपने दोस्त के घर जाता है वह देखता है की यह तो उसके दोस्त का घर है क्योकि वह अपने घर के बाहर खड़ा था दोनों दोस्त जब मिलते है जब बहुत साल बाद सब कुछ बदल जाता है आज उन्हें बहुत अच्छा लगता है की दोनों आज मिल गए है, कुछ समय जब आता है जब कोई नहीं जनता है की कुछ होने वाला है, जब दोनों मिले हिंदी कहानी, Hindi stories jab dono mile and hindi stories moral, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो शेयर जरूर करे
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