Kahaniya | Hindi kahani
kahaniya, हिंदी कहानियां, हम सभी इंसान हैं लेकिन इंसानों से भी गलतियां हो जाया करती हैं अगर हम सही समय पर समझ जाएं तो बहुत अच्छा होता है अगर समय निकल गया तो उसे सुधारना बिलकुल भी नामुमकिन है हम समय को ना तो पकड़ सकते हैं और ना ही रोक सकते हैं समय के रहते हुए अगर हम आगे बढ़ते हैं
समय पर नहीं आया एक कहानी हिंदी में : kahaniya
तो यह हमारे लिए बहुत अच्छा होता है समय पर हमें सभी काम करने चाहिए अक्सर नरेश देर से आया करता था उसके घर वाले उसे बहुत समझाते थे कि तुम्हें समय पर घर आ जाना चाहिए but वह किसी की भी बात सुनने को तैयार नहीं था नरेश हमेशा अपने दोस्तों के साथ आया करता था और दोस्त उसे हमेशा ही देरी करवा देते थे नरेश जिस ऑफिस में काम करता था उसी ऑफिस के दोस्तों के साथ आया करता था, (kahaniya)
और वह उसे हमेशा से ही देरी करवा कर लाते थे एक दिन नरेश के माता पिता नरेश का इंतजार कर रहे थे Because रात के 11:00 बज चुके थे और वह अभी तक नहीं आया था जब रात और बीत गई तो उसके घर वाले भी चिंता करने लगे Because आज नरेश समय पर नहीं आया था नरेश को देखने के लिए उसके माता-पिता चारों ओर घूमने लगे और देखने लगे कि वह अभी तक क्यों नहीं आया है, (kahaniya)
तभी कुछ लोगों ने बताया है कि एक आदमी वहां पर बेहोश पड़ा हुआ है नरेश के माता पिता उसके पास पहुंचे और उसे अस्पताल पहुंचाया Because वह बेहोश हो गया था जब नरेश को होश आया तो उसने बताया कि जब वह आ रहा था तो कुछ लोगों ने उसे पकड़ कर पीट दिया उसका सामान लेकर चले गए और वहीं पर बेहोश हो गया इसलिए वह घर नहीं पहुंच सका था
kahaniya | Hindi kahani
हिंदी कहानियां, इस बार नरेश को समझ में आ गया था कि अगर वह समय पर आता तो कितना अच्छा होता आज उसके साथ ऐसा नहीं हुआ होता उसके माता-पिता सही राह दिखा रहे थे लेकिन मैं सुनने को तैयार नहीं था इसलिए दोस्तों अपने काम पर ही ध्यान देना चाहिए अगर हम दूसरों पर ज्यादा ध्यान देंगे तो हमारे काम हमेशा मुश्किल में पड़ जाएंगे और हो सकता है एक दिन हम खुद भी मुश्किल में पड़ जाए इसलिए अच्छा सोचो और सबके लिए अच्छा करो.
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