Kahaniya in hindi with moral
kahaniya in hindi with moral, गरीबी भी बहुत कुछ दिखाती है, यह हमे सपने तो दिखाती है मगर उन्हें पूरा होना एक ख्वाब ही रहता है, उस घर की हालत बहुत खराब थी, सब कुछ कोई भी नहीं छुपा सकती थी, एक दिन की बात है, सुरेश अपने घर आया और उसने कहा की आज भी उसे कोई नौकरी नहीं मिली है, हर रोज नौकरी की तलाश ने उसे बहुत थका दिया था, लेकिन उसने अपना हौसला नहीं छोड़ा था,
मंजिल आपके सामने हिंदी कहानी :- kahaniya in hindi with moral
सुरेश ने अपनी माँ से कहा की कब तक ऐसा ही चलता रहेगा, हम कब तक मुसीबत को झेलते रहेंगे, उसकी माँ ने कहा की एक दिन हमारी मुसीबत जरूर दूर होंगी, हमे वो भगवान् देख रहा है, वो देख रहा है, की हम कितनी मुसीबत में है, लेकिन माँ हमे कब छुटकारा मिलेगा, बेटा यह तो मुझे नहीं पता है, लेकिन सब्र करना चाहिए,
सुरेश की तलाश :-
अगले दिन सुरेश अपने घर से निकला, और उसने देखा की एक भिखारी रोड पर खड़ा है, वह बहुत देर से खड़ा है लेकिन उसे कोई दान देता है और कोई नहीं, लेकिन वो फिर भी खड़ा है, सुरेश को ऐसा लग रहा था, की जब वो इतनी मुसीबत में खड़ा है, तो में कोयो इतनी जल्दी हार मानू, सुरेश की तलाश अभी तक जारी थी,
समय पर नहीं आया एक कहानी
kahaniya in hindi with moral, दो दिन बाद सुरेश को आखिर नौकरी मिल ही गयी थी, लेकिन ऐसा कैसे हुआ था, क्या यह सब आसान था, लेकिन ऐसा नहीं था, मुसीबत सब पर आती है, लेकिन जो मुसीबत को झेल जाता है, वो ही आगे बढ़ता है, और जब एक बार किसी ने सोच लिया की मुझे यह करना है, तो कोई भी नहीं रोक सकता है, इसलिए अपने लक्ष्य पर ध्यान दो और आगे बढ़ो चलते रहो और रुकना नहीं है, रुक गए तो कुछ नहीं और चलते रहे तो मनोज आपके सामने होगी,
मंजिल दूर नहीं है कहानी :- short story in hindi with moral
यह कहानी एक लड़के की है. वह लड़का बहुत ईमानदार था. मगर अभी वह अपनी मंजिल को नहीं पहचान पाया था. वह नहीं समझ सकता था. उसे कैसे मंजिल मिल सकती है. जबकि वह बहुत मेहनत भी कर रहा था. मगर उसकी मेहनत काम नहीं आ रही थी. वह बहुत उदास बैठा था. सोच रहा था. की वह मंजिल कैसे प्राप्त कर सकता था.
ज्ञान की बातें एक कहानी
वह उस साधु से मिलता है. जोकि सामने से आ रहा था. वह साधु उस लड़के को कहता है की तुम उदास क्यों हो. वह लड़का कहता है की में बहुत मेहनत कर रहा था. मगर मुझे अभी मंजिल नहीं मिल पायी है. यह सुनकर वह साधु लड़के को देखता है. उसके बाद कहता है. सब कुछ मेहनत पर निर्भर करता है. वह लड़का बहुत मेहनत भी करता है. मगर अभी भी मुझे कुछ नहीं मिल पाया है. साधु जी कहते है. तुम्हे जब तक मेहनत करनी है. जब तक तुम्हे उसकी आदत नहीं हो जाती है. जब तुम्हे लगने लगता है. तुम्हे मेहनत से कोई समस्या नहीं है.
उसने की एक रोटी की मदद
kahaniya in hindi with moral, तुम्हे उसकी आदत हो गयी है. तो तुम्हे मंजिल मिल जायेगी. यह सुनकर वह लड़का कहता है की यह कैसे हो सकता है. में बहुत थक गया हु. साधु जी कहते है की थकने से काम नहीं बनने वाला है. तुम्हे हार नहीं माननी है. यह सुनकर वह लड़का कहता है की इससे मुझे मंजिल मिल सकती है. साधु जी कहते है की जीवन में यह अपने जरूर फिर देखो क्या हो सकता है. वह लड़का उनके कहने पर यह सब कुछ करता है. मगर कुछ समय बाद वह देखता है की उसे आदत बन गयी है. अब वह मंजिल को पा सकता है. यह जीवन मुश्किल से भरा है. मगर हमे हार नहीं माननी है. तभी हम कुछ पा सकते है.
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