Moral stories in hindi
moral stories in hindi, साधु जी हर रोज की तरह गांव में भिक्षा के लिए जा रहे थे. जिसका मन जो भी होता था. वह उन्हें भिक्षा देता था. एक आदमी जोकि अपने घर के बाहर गुस्से में बैठा था. क्योकि उसके काम में समस्या आ रही थी. इसलिए अजा वह बहुत दुखी और परेशान भी था. जब साधु जी उसके घर के पास जाते है. वह भिक्षा के लिए कहते है. वह आदमी और भी गुस्सा हो जाता है. वह कहता है दान देने से कुछ नहीं होता है.
आदमी की समस्या हिंदी मोरल कहानी :- Moral stories in hindi
में हर रोज दाना देता था. मगर क्या हुआ है. मेरा काम भी अच्छा नहीं चल रहा है.सब कुछ गलत हो रहा है. मुझे नहीं लगता है. दान देने से कुछ होता है. मेरा कोई भला नहीं हो रहा है. में बहुत परेशान हु. साधु जी उससे उसकी परेशानी की वजह पूछते है उन्हें अब समझ आता है. जब उस कमा को सीखने का समय था. तब वह इसे जरुरी नहीं समझता था. मगर जब समय निकल गया था अब वह सु काम को कर रहा है. क्योकि उसने समय की कभी परवाह नहीं की थी. जो लोग समय पर काम नहीं करते है.
बीरबल की समझदारी
moral stories in hindi, आगे चलकर वह बड़ी समस्या में आ जाते है. साधु जी उसे समझाते है. जीवन में कुछ समस्या हम ही लाते है. जब वह आती है. तब हमे लगता है की हमारी गलती ने क्या कर दिया है. मगर वह हमारे लिए एक सीख बनती है. अगर इंसान अपनी गलती से सीखता है तो वह जीवन में आगे ही बढ़ता है. उसे आने वाली समस्या की कोई परवाह नहीं होती है. क्योकि वह अनुभव का ज्ञान पाता है. साधु जी की बात सुनकर वह आदमी अब शांत हो जाता है. क्योकि उसे लगता है की अब उसे अपनी समस्या को स्वयं ही दूर करना है. इसलिए समस्या से घबराये नहीं उसका सामना करे.
साधू और शिष्य की मोरल कहानी :- moral stories in hindi
एक गांव में एक नदी बहती थी साधु जी हर रोज अपने कपड़े वहां पर धोने आते थे जब साधु जी अपने कपड़े धोते थे साथ में उनके शिष्य भी वहां पर आकर पानी भरते थे साधु जी से 1 दिन शिष्य ने पूछा कि यह पानी बहता क्यों रहता है साधु जी ने शिष्य की ओर देखा और कहा कि तुमने बहुत अच्छा सवाल किया आज मैं तुम्हें इस प्रश्न का उत्तर बहुत ही अच्छी तरह से समझा देता हूं
अकबर बीरबल की कहानी
पानी का लगातार बहना हमें यह संकेत करता है कि जीवन में हम कभी भी रुकेंगे नहीं, हमेशा आगे बढ़ते रहेंगे शिष्य ने साधु की बात बहुत ध्यान से सुनी और कुछ सोचने लगा साधु ने शिष्य की ओर देखा और पूछा कि तुम क्या सोच रहे हो साधु जी से शिष्य ने पूछा कि हम लगातार जीवन में आगे बढ़ते रहेंगे यह पानी हमें यही संकेत करता है साधु जी ने कहा कि हां हमें इसी की तरह आगे बढ़ना है
लेकिन शिष्य को यह बात समझ में नहीं आ रही थी उसके बाद साधु महाराज जी ने कहा कि जिस तरह अगर पानी का बहाव रुक जाता है तो वह पानी गंदा हो जाता है और पीने योग्य भी नहीं रहता है उसी तरह इंसान भी ऐसा ही है अगर वह रुक जाएगा तो प्रगति नहीं करेगा और रुका हुआ आदमी को कुछ भी आगे के बारे में नहीं सोच पाता है उसकी बुद्धि का विकास भी वहीं रुक जाता है
अकबर का नया सवाल
moral stories in hindi, इसलिए हमें जीवन में लगातार बढ़ते रहना है जब हम जीवन में लगातार आगे बढ़ते रहेंगे तो हमें बहुत सी ऐसी बातें पता चलेगी जो अभी हमारे साथ बिल्कुल भी नहीं हुई है जब तुम उन बातों को सुनोगे तो तुम्हें समझ में आ जाएगा कि जीवन में अभी तुम्हें बहुत कुछ सीखना है इसलिए पानी हमें सिखाता है कि हमें हमेशा आगे बढ़ते रहना है साधु की बात सुनकर शिष्य का मन बहुत खुश हुआ क्योंकि वह ज्ञान की बातें प्राप्त कर चुका था.
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