Motivational story in hindi
बचपन की यादे सभी को पसंद है, हमने भी कुछ यादे (motivational story in hindi) यहां पर देने की कोशिश की है, जिसको याद करके आपको अपना बचपन याद आएगा, हमे उम्मीद आपको पसंद आएगी.
बचपन की दो हिंदी मोरल कहानी :- Motivational story in hindi
बारिश के बाद मौसम एकदम साफ होने ही वाला था कि तभी इंद्रधनुष निकल आया जब सभी लोग इंद्रधनुष की ओर देखने लगे बहुत ही अच्छा महसूस हो रहा था क्योंकि बारिश के बाद अक्सर ऐसा होता है कि इंद्रधनुष निकल आता है इंद्रधनुष को देखने के लिए काफी लोग उस जगह पर आ गए थे उसके सभी रंग बहुत अच्छे लग रहे थे और उसे देखकर मन भी बहुत ही प्रसन्न हो रहा था
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क्योंकि इंद्रधनुष बार-बार नहीं दिखता है तभी सामने से एक व्यक्ति ने आकर पूछा कि तुम्हें इंद्रधनुष में सबसे अच्छा रंग कौन सा लगता है उसकी बात सुनकर थोड़ा सा अजीब लग रहा था लेकिन उसका प्रश्न बिल्कुल ही सीधा साधा था इंद्रधनुष के सभी रंग एक दूसरे को छूते हुए एक छोर से दूसरे छोर तक जा रहे थे इसलिए उनमें से यह बता पाना बहुत मुश्किल है कि कौन सा रंग बहुत अच्छा है
लेकिन उसके सभी रंग बहुत अच्छे हैं उस आदमी का जवाब हमने इस तरह दिया क्योंकि हमें सभी रंग अच्छे लग रहे थे कोई एक स्पेशल रंग को अच्छा बता पाना बहुत ही कठिन था उस आदमी ने पूछा कि मैं तो ऐसे ही पूछ रहा था कि इंद्रधनुष में कौन सा रंग आपको पसंद है मेरी राय इसमें कोई अहम नहीं है यह बात करने का एक तरीका था क्योंकि सभी लोग वहां पर अनजान थे कुछ देर उनसे बातें हुई बहुत अच्छा लगा क्योंकि पहली बार हम उनसे मिले हैं
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कभी-कभी विचार ही एक साथ हो जाया करता हूं जब दो लोग मिलते हैं
यह जरूरी नहीं है कि दोनों के विचार एक से हो लेकिन बातें करने पर पता चलता है
तभी उसने अपने एक बचपन की बात को दोहरा दिया मैं पहले भी किसी को बता चुका था
इसलिए उसने कहा कि यह बात मैंने पहले भी किसी को बताई थी और इससे सुन कर
मेरा बचपन मुझे याद आने लगता है उसने बताया कि जब बचपन में हम घूमा करते थे जब भी इंद्रधनुष निकलता था उसकी और भागते हुए उसे पकड़ने की कोशिश करते थे लेकिन वह हमसे पकड़ा नहीं जाता था हम जितना उसके पास जाया करते थे वह बहुत दूर चला जाता था हमें ऐसा लगता था कि हम उसे पकड़ लेंगे लेकिन ऐसा कभी हो नहीं सकता था
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बचपन की यादें हमेशा अच्छी होती हैं जब वह समय गुजर जाता है तो वह कभी लौटकर नहीं आया करता उसकी बातें हमारे मन में उतर रही थी ऐसा लग रहा था कि वह अपने बचपन की बात बता रहा है लेकिन उसकी बातों में कहीं ना कहीं हम भी अपना बचपन ढूंढ रहे थे बचपन की यादें हमेशा याद रहती हैं
वह यादें ही तो इंसान के साथ चलती है उम्र बढ़ती जाती है लेकिन यादें हमेशा उसी के साथ रहती हैं बचपन की यादें भुलाई भी नहीं बोलती हैं इसलिए दोस्तों अपने जीवन को अच्छी तरीके से जीना चाहिए क्योंकि समय किसी के लिए रुकता नहीं है हमेशा चलता रहता जितनी खुशियां प्राप्त करना चाहते हैं अपनी खुशियों को प्राप्त करें और अपने जीवन में आगे बढ़ते रहो, आपको यह कहानी अच्छी लगी हो अपने बचपन की यादों के साथ जिए और जीवन में हमेशा आगे बढ़े.
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एक बूढ़े आदमी का जीवन मोरल कहानी :- motivational story in hindi
यह बात सर्दियों की है मैं अपने घर जा रहा था रात का वक्त हो रहा था और बस एक जगह पर आकर रुक जाती है वह बस आगे नहीं बढ़ रही थी शायद उसमें कोई समस्या आ गई थी जिसकी वजह से सभी लोग यह कहने लगे थे रात के समय में यह बस खराब हो गई है और अब हम अपने इस समय पर नहीं पहुंच पाएंगे यह ठीक बात नहीं है बस वाला कहता है कि आप कुछ देर इंतजार करें मैं जल्दी ही इसके बारे में पता करता हूं कि इसे क्या समस्या हो गई है
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बस वाला नीचे उतर कर देखता है तो टायर खराब हो चुका था जिसकी वजह से आगे नहीं बढ़ रही थी उसके बाद वह ड्राइवर कहता है कि आप चिंता ना करें मैं कुछ समय बाद बस का पहिया बदल देता हूं और उसके बाद हम आगे बढ़ सकते हैं अभी कुछ वक्त था इसलिए मैं भी नीचे उतर कर देख लेना यह सर्दियों के राती और बहुत ही ठंडी सभी जगह पर ठंड हो रही थी कहीं पर भी बैठने के लिए कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था रात का समय हो रहा था ठंड बढ़ती जा रही थी
बस से नीचे तो उतर गया था लेकिन ठंड बहुत लग रही थी तभी मेरी नजर एक बूढ़े आदमी पड़ जाती है जो कि एक पेड़ के नीचे बैठा हुआ था उसके पास कुछ भी नहीं था उसे भी ठंड लग रही होगी वह बूढ़ा आदमी वहां पर अकेला क्या कर रहा है यह जानने के लिए मैं उसके पास जाता हूं जब मैं बूढ़े आदमी के पास जाता हूं तो वह आदमी बैठा हुआ था और हमें ही देख रहा था शायद उसे नींद नहीं आ रही थी नींद कैसे आ सकती है जब इंसान को ठंड लगती है और उसके पास पूरे कपड़े नहीं होते जिसकी वजह से ठंड को दूर कर पाए
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उसे नींद कैसे आ सकती है बैठा हुआ था वह उसका घर नहीं था वह पेड़ के नीचे बैठा हुआ था तो ऐसे में कैसे नींद आ सकती मैं बूढ़े आदमी के पास जाता हूं और उससे पूछता हूं कि बाबा के यहां पर क्या कर रहे हैं आपको आराम करने के लिए कोई जगह नहीं मिली यहां पर बहुत ठंड है यहां पर तो रुकना भी बड़ी मुश्किल का सामना करने जैसा लग रहा है आप यहां पर बैठे हैं और इतनी ठंड में आप यहां पर कैसे सो सकते हैं वह बूढ़ा आदमी मेरी ओर देखता है जीवन में मुश्किल बहुत अधिक हो गई हैं और उन मुश्किलों का सामना करना अब मेरा मकसद हो गया है
मैं जानता हूं कि समस्या जीवन में बढ़ती ही रहेंगे है कम तो होने वाली नहीं है इसलिए मैं सोच रहा हूं जब तक यह जीवन है जैसा चल रहा है इसे चलने दीजिए मेरे पास अधिक काम नहीं है जिसकी वजह से मुझे कभी-कभी खाने की भी समस्या हो जाती है मेरे पास कोई घर नहीं है इसलिए मैं किसी ने किसी पेड़ के नीचे बैठकर रात को बिता देता हूं और बूढ़े आदमी की बात सुनकर मुझे अच्छा नहीं लग रहा था मुझे पता था कि वह बूढ़ा आदमी अब तक कितने दिन जी सकता है यह समस्या उसके सामने हर रोज की है और वह खाने की भी समस्या से परेशान है शायद वह अब अकेला रह गया है
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जिसकी वजह से वह बहुत दुखी महसूस कर रहा हूं मैंने सोचा जो मेरे पास कपड़े हैं मैं उन्हें दे देता हूं और कुछ पैसे दे देता हूं जिससे बाबा को भोजन मिल सके और कुछ दिन का गुजारा तो चल ही जाएगा इस तरह मैं सोचकर बस की ओर जाता हूं और उनके लिए कुछ अच्छे कपड़े लेकर आता हूं और उन्हें ओढ़ने के लिए भी देता हूं जो कि मैं अपने साथ लाया था मैं जानता हूं कि मुझे तो आगे चलकर अपने घर ही पहुंच जाना है और यह कंबल जो मैं लेकर आया था यह आदमी के काम आ सकता है क्योंकि उसे ठंड लग रही है मैंने उस बूढ़े आदमी को वह कंबल दे दिया था
उसके बाद कहने लगा कि यह कुछ पैसे रख लीजिए शायद आपके कुछ काम आएंगे अगर आपको भूख लगी है तो आप इन से कुछ खा सकते हैं आदमी कहता है कि बहुत अच्छे आदमी है जो कि मदद करने के लिए यहां पर आ गए कुछ लोग तो सिर्फ देख कर चले जाते हैं और सोचते हैं कि शायद मैं यहां पर क्यों बैठा हूं लेकिन इस बारे में कभी नहीं पूछते हैं आपने मुझसे बात की मुझे बहुत अच्छा लगा कोई तो मुझसे बात करने के लिए आया उसके बाद मैं उस जगह से चला जाता हूं बस भी अब तैयार थी और वह ठीक हो चुकी थी और वह आगे बढ़ने लगती है
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लेकिन मेरे दिमाग में एक सवाल हमेशा होता रहता है कि मदद करना बहुत जरूरी है और बहुत से लोग सिर्फ देख कर ही चले जाते हैं मदद करने के लिए तैयार नहीं होते हैं जबकि वह जानते हैं कि वह थोड़ी मदद तो कर सकते हैं लेकिन वह करना नहीं चाहते शायद उन्हें मदद करना अच्छा नहीं लगता लेकिन जीवन में हमें हमेशा मदद करनी चाहिए
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motivational story in hindi, अगर आपके सामने भी कोई इंसान बहुत दुखी है तो उसकी मदद जरूर करें सभी इस बात को जानते हैं कि समस्याएं जीवन में सभी के हैं और यह कम नहीं होने वाले लेकिन हम किसी की समस्या को बहुत कम कर सकते हैं अगर हम उसकी मदद कर सकते हैं अगर आपको यह कहानी पसंद है तो आगे भी शेयर करें
बूढ़े आदमी के साथ बात :- Moral story in hindi
मुझे बचपन में घूमना बहुत अच्छा लगता था. उसके बाद बाग़ में लगे पेड़ पर फल खाने बहुत पसंद थे. अब हम बड़े हो गए है. लेकिन बचपन की बाते कौन याद नहीं रखता है. लेकिन मुझे आज भी वह छोटा सा किस्सा याद आ रहा है. जो में आपको बताना चाहता हु. में जब छोटा था. मुझे एक बात याद आती है. उस दिन बहुत गर्मी थी. सभी लोग पार्क में घूमने आये थे. लेकिन एक बूढ़े बाबा वही पर बैठे थे.
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उन्हें देखकर लगता था. वह उदास लग रहे है. इसलिए मुझे लगता था. उनके साथ किसी को होना चाहिए था. उन्हें देखने पर लगता था. शायद वह यहां पर किसे के पास रहने आये है. में उनके पास चला गया था. उन्हें जानता नहीं था. इसलिए बात नहीं कर रहा था. मगर मुझे लग रहा था. उनसे बात करनी चाहिए. कुछ समय बाद मेने उनसे पूछा था. वह यहां पर घूमने आये है. उसके बाद वह अपने बारे में बताते है. वह गांव से आये थे.
लेकिन यहां का जीवन अच्छा नहीं है. यहां पर सभी लोग घर में ही रहते है. शाम के समय में लोग घर से बाहर आते है. लेकिन सबसे अजीब बात थी. यहां पर लोग अधिक बात नहीं करते है सभी लोग अनजान है. इसलिए यहां पर कोई रहना नहीं चाहता है. उनकी बातें सही लग रही थी. मेरा बचपन था. इसलिए अधिक बात उनकी समझ नहीं आयी थी. लेकिन आज मुझे लगता है. वह सही कह रहे थे.
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motivational story in hindi, moral story in hindi, कुछ समय बाद वह चले जाते है. वह उदास लगते है. मगर वह क्या करते है. उनके लिए यह जगह अनजान थी. मगर इस बात से हमे यह सबक मिलता है. हमे उनके पास समय बिताना चाहिए. क्योकि गांव से आये लोग शहर में अधिक समय नहीं रुक सकते है. क्योकि उनका जीवन यहां से बहुत अलग होता है. इसलिए वह यहां पर रुकना नहीं चाहते है. मगर जितने भी समय वह रुकते है. हमे उनसे बात करनी चाहिए. अगर आपको मेरे यह विचार पसंद आये है. तो शेयर जरूर करे.
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