new hindi kahani
यह अली और बाबा (ali baba) की नयी हिंदी कहानी (new hindi kahani) है, अली जब अपने गांव से जा रहा था तभी उसके सामने एक काफिला आता है, और उसकी नज़र एक ऊंट पर जाती है, यह (new hindi kahani) कहानी आपको जरूर पसंद आएगी,
अली और बाबा की नयी हिंदी कहानी : new hindi kahani
सामने से काफिला चला रहा था अली (ali) की नजर जब उस काफिला पर गई तो उसके दिमाग में विचार आया कि हमें उन ऊंटों की आवश्यकता है काफिले में बहुत सारे ऊंट भी थे यह काफिला बहुत ही दूर से चला रहा था अली का दोस्त और अली अपने गांव से किसी काम के लिए निकले थे लेकिन रास्ते में ही रेगिस्तान में अचानक तूफान आने की वजह से उनके ऊंट खो गए थे
जब उन्होंने देखा कि काफिला चला रहा है तो उनके ऊंट लेने की उन्होंने कोशिश की लेकिन यह इतना आसान नहीं था काफिले में बहुत से लोग थे जो अपने गांव वापस जा रहे थे इतने सारे लोगों के सामने से ऊंट को ले जाना संभव नहीं था तभी अली की नजर एक बाबा पर गई जोकि ऊंट पर बैठे हुए थे उन्हें देख कर ऐसा लग रहा था कि वे काफी बीमार थे क्योंकि वह सही से बैठ भी नहीं पा रहे थे
अली बाबा (ali baba) के पास गया और पूछने लगा कि आप की तबीयत ठीक है बाबा ने बताया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है क्योंकि काफिला बहुत दिनों से लगातार चला रहा था जिसकी वजह से बहुत थकान हो गई है और उसी कारण वह बीमार भी हो गए हैं और बैठने में भी उन्हें बहुत दिक्कत आ रही है अली ने अपने दोस्त से कहा कि हमें ऊंट लेने की आवश्यकता नहीं है हम इनके साथ ही अपने गांव पर जा सकते हैं
अली ने बाबा की सहायता ली और अपने दोस्त के साथ उन्हीं के के साथ चल दिए बाबा ने बताया कि कुछ ही दूरी पर एक ऐसी जगह आएगी जहां पर बहुत से लोग उन्हें परेशान करने के लिए बैठे रहते हैं या हम यह भी कह सकते हैं कि वह लोग हमें तभी जाने देंगे जब हमें उन्हें कुछ अशर्फियां देनी होगी जब हम उन्हें कुछ अशरफिया दे देंगे तभी वह हमारे काफिले को आगे बढ़ाने में कोशिश करेंगे
अली के पास तो कुछ भी नहीं था वह यह सोच रहा था कि यह कौन लोग हैं जो हम से आगे जाने के लिए अशर्फियां मानते हैं बाबा ने बताया कि यह वह लोग हैं जो सभी को परेशान करते हैं और परेशानी से बचने के लिए ही उन्हें वह धन देते हैं जिससे कि वह अपना गुजारा करते हैं जब काफिला उसी रास्ते पर जाने लगा तो और तो कुछ लोग उनका रास्ता रोकने लगे और कहने लगे कि काफिला जब भी आगे बढ़ाया जाएगा जब तुम हमें यहां पर धन दोगे
अली ने कहा कि हमारे पास कोई धन नहीं है बाबा ने कहा कि तुम्हें चुप रहना चाहिए नहीं तो यह हमें परेशान करेंगे अली बाबा (ali baba) की बात नहीं मान रहा था और उसने धन देने से मना कर दिया है इस पर उस आदमियों ने अली को पकड़ लिया और उस को बांधने की कोशिश की, लेकिन अली बहुत ही तेज था उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर उन लोगों की पिटाई की और वह लोग वहां से भाग गए
अली की बहादुरी देखकर बाबा खुश हो गए और उन्होंने कहा कि ऐसा बहुत सालों में पहली बार हुआ है कि हमें यहां से धन देने बगैर ही आगे बढ़ा जा रहा है अली के कारनामे से बाबा बहुत खुश हो गए और वह अली को अपने साथ अपने गांव ले गए अली ने वहां पर कुछ दिन आराम किया और अपने गांव आ गया, अली सबकी मदद करते हैं और सबका ध्यान रखते हुए वह आगे बढ़ते हैं.
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