Rajao ki kahani | Raja ki kahani in hindi
राजा और भिखारी में बड़ा कौन कहानी, Rajao ki kahani, (raja ki kahani in hindi) राजा बहुत से राज्य को जीत चुका था लेकिन अभी भी वह और भी जीतना चाहता था क्योंकि उसे सबसे बड़ा बनना था एक दिन raja जब अपने राज्य में घूम रहा था तो एक भिखारी नजर आया भिखारी को देखते ही राजा ने थोड़ा सा उसे दान दिया दान में राजा ने उसे एक सिक्का दिया
राजा और भिखारी में बड़ा कौन कहानी :- Rajao ki kahani
भिखारी ने सिक्का को अपने पास रख लिया और चला गया अगले दिन raja युद्ध की तैयारी कर रहा था Because उसे और भी राज्य जीतने के बाद में अपने राज्य में मिला देता था और अपना राज्य बड़ा बनाता जा रहा था उसके अंदर राज्य को जीतने की हमेशा ही चिंता लगी रहती थी raja ने सोचा कि जब हम युद्ध पर जाते हैं तो अपने गुरु से ही आशीर्वाद लेते हैं इसलिए राजा अपने गुरु से मिलने गया
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raja गुरु के पास गया और कहने लगा कि हमें आशीर्वाद दीजिए जिससे हम यह युद्ध जीत जाएं गुरु जी ने जब यह बात सुनी तो वह सोच में पड़ गए Because राजा उनकी बात बिल्कुल भी मानने को तैयार नहीं था वह हर बार एक नए राज्य को जीतने की कोशिश करता था तभी वहां पर खड़ा एक भिखारी राजा के पास आया और एक सिक्का raja का दिया हुआ सिक्का उनके हाथ में रख दिया यह देखकर राजा बहुत गुस्सा हुआ Because एक भिखारी ने उन्हें एक भीख दी थी जबकि raja को यह सब पसंद नहीं है
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raja ने भिखारी को कहा तुम्हें इसकी सजा मिलेगी तुमने हमारे लिए बहुत ही गलत काम किया है पास में खड़े गुरुजी ने कहा कि तुम्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए भिखारी तो हमें यह सीख दे रहा है कि तुम्हें और जरूरत है इसलिए वह अपना सिक्का भी तुम्हें ही दे रहा है क्योंकि तुम लालच में हमेशा युद्ध के लिए तैयार रहते हो जबकि तुम्हें ऐसा नहीं करना चाहिए तुम्हें अपने सारे काम दूसरों की भलाई के लिए करना चाहिए
Rajao ki kahani, (raja ki kahani in hindi) अब राजा समझ चुका था कि एक भिखारी ने उसे यह शिक्षा दी है कि हमारे पास जितना है हमें उसी में संतोष करना चाहिए ज्यादा लालच नहीं करना चाहिए उस दिन के बाद राजा ने युद्ध करना छोड़ दिया और दूसरों की भलाई के लिए समय देना शुरू कर दिया इससे हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमारे पास जो है हमें उसी में संतोष करना चाहिए. अगर आपको यह राजा की कहानी (raja ki kahani in hindi) पसंद आयी है तो आप इस कहानी को आगे भी शेयर कर सकते है और कमेंट करके हमे भी बता सकते है
राजा का दोस्त हिंदी कहानी :- Rajao ki kahani
यह कहानी एक राजा की है. वह राजा अपने दरबार में प्रजा की बात सुन रहा था. तभी राजा का दोस्त आता है. वह देखने में बहुत गरीब लग रहा था. कपड़े भी अच्छे नहीं थे. उसके पास कोई सामान भी नज़र नहीं आ रहा था. वह बहुत दुखी लग रहा था. वह राजा के सामने आता है. राजा उसे देखते है. उसके बाद कहते है. तुम कौन हो. यह सुनकर वह राजा का दोस्त कहता है.
आप मुझे भूल गए है. यह सुनकर राजा बहुत ध्यान से देखता है. मगर कुछ नहीं कहता है. ऐसा लग रहा था. राजा शायद उसे पहचान गया था. मगर कुछ नहीं कह रहा था. राजा का दोस्त कहता है. में आपका दोस्त हु. यह सुनकर सभी दरबारी उस आदमी को देखते है. जोकि राजा का दोस्त बता रहा था. मगर राजा कहता है. मुझे नहीं पता है तुम क्या कह रहे हो. शायद तुम्हे धोखा हुआ है. यह सुनकर राजा का दोस्त कहता है. शायद मुझे पहचानने में ही समस्या हो गयी है. में अब चलता हु. मुझे लग रहा था.
आप मेरे वही दोस्त है. जिसकी मेने एक दिन मदद की थी. वह अब जाने लगता है. राजा का हाथ उसे रोकने को बढ़ता है. मगर सभी को देखकर राजा चुप हो जाता है. वह कुछ नहीं कहता है. वह राजा का दोस्त है. यह बता वह राजा जानता है. मगर कुछ नहीं कह सकता है. कुछ समय बाद प्रजा अपने घर जाती है. क्योकि अब दरबार बंद होने वाला था. उसके बाद राजा तुरंत ही उस आदमी की खोज में जाता है.
वह किसी को कुछ नहीं बताता है. तभी राजा का दोस्त एक पेड़ के नीचे बैठा हुआ था. वह उस पेड़ के फल खाता है. यह देखकर राजा को कुछ भी अच्छा नहीं लगता है. वह उसके पास जाता है. उसके बाद राजा का दोस्त कहता है. आप राजा है. आप मुझसे मिलने आये हो. यह सुनकर वह राजा कहता है. उस समय में पहचान गया था. मगर तुम नहीं जानते हो. में चुप क्यों था. वह राजा का दोस्त कहता है. मुझे सब कुछ पता है. में समझता हु. आप राजा है. में एक गरीब इंसान.
सभी को जब यह पता चलता की आप मेरे दोस्त है तो शायद अच्छा नहीं होता. राजा कहता है. तुम मेरे साथ में चलो में तुम्हे लेने आया हु. मेरे साथ महल चलो मगर राजा का दोस्त कहता है. मुझे कुछ नहीं चाहिए. में आपसे मिलने आया था. मुझे पता चला था. आप यहां के राजा है. इसलिए में मिलने आ गया था. आप मुझसे मिलने आये हो. मुझे बहुत अच्छा लगा है. अब मुझे चलना चाहिए. यह कहकर वह राजा का दोस्त जाने लगता है. मगर राजा का आज सच में अच्छा नहीं लग रहा था.
Rajao ki kahani, (raja ki kahani in hindi), वह गरीब दोस्त जिसने राजा को एक दिन बचाया था. उसका दोस्त अब उससे कभी मिलने नहीं आ सकता है. क्योकि आज राजा ने कुछ अच्छा नहीं किया था. शायद अमीरी ने दोस्त को खो दिया है. अब राजा को बहुत चिंता होती है. मगर वह कुछ नहीं कर सकता है. यह कहानी हमे कहती है. जीवन में अगर आप किसी के सच्चे दोस्त है. तो उस बीच अमीरी नहीं आने चाहिए. क्योकि सके बाद दोस्ती नहीं रहती है. अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है. शेयर जरूर करे.
राजा और किसान की हिंदी कहानी :- Rajao ki kahani
जब राजा को बहुत प्यास लगती है. वह किसान का घर देखते है. राजा ने अपनी वेशभूषा को बदल रखा था. इसलिए कोई भी उन्हें पहचान नहीं सकता था. वह सोचते है यहां पर एक किसान का घर नज़र आ रहा है. हमे वही पर चलना होगा. राजा अपने एक सैनिक के साथ उस किसान के घर जाते है.
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किसान बाहर आता है. वह देखता है दो लोग उसके घर के बाहर आये है. वह किसान पूछता है. आपको क्या चाहिए राजा कहते है की हमे प्यास लगी है. यह सुनकर किसान उन्हें अंदर बुलाता है. राजा को पानी और खाने के लिए कुछ देता है जबकि राजा मना करते है मगर फिर भी वह किसान उनकी सेवा करता है. वह कहता है की आप मेहमान है. इसलिए मुझे लगता है की आपकी सेवा करना चाहिए. राजा को उसकी बात बहुत अच्छी लगती है. जबकि वह राजा को जानता भी नहीं था. राजा देखते है की किसान बहुत गरीब था.
राजा और एक आदमी की कहानी
Rajao ki kahani, (raja ki kahani in hindi), इसलिए राजा उस किसान के पास सोने की स्वर्ण मुद्रा रख देते है. उसके बाद चले जाते है. किसान को यह नहीं पता था. जब किसान देखता है की उसके पास स्वर्ण मुद्रा रखी है. वह समझ गया था. यह सब कुछ वह मेरे लिए यहां पर रख गए है जबकि किसान ने उसकी मांग नहीं की थी. बिना मांगे जब सब कुछ मिलता है. अगर हमारे कर्म अच्छे होते है. नहीं तो मांगने पर भी कुछ नहीं मिलता है. अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है. शेयर जरूर करे.
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Acchi kahaniya hai
very nice story and moral
kafi achi kahani hai