Stephen William Hawking biography
स्टीफन विलियम हॉकिंग का जीवन परिचय
नाम- स्टीफन विलियम हांकिंग
जन्म- 8 जनवरी १९४२
स्थान- ऑक्सफ़ोर्ड, इंग्लैंड, यू.के
स्टीफन विलियम हॉकिंग के बारे में तो आप जानते ही होंगे इनका नाम तो आपने सुना ही होगा यह महान वैज्ञानिकों में से एक हैं आज हम इनके बारे में पूरी जानकारी यहां पर देने जा रहे हैं स्टीफन हॉकिंग के पिता का नाम फ्रेंक हॉकिंग था और माता का नाम इसाबेल हॉकिंस था इनके पिता एक चिकित्सक शोधकर्ता थे और इनकी माता इसाबेल में एक सचिव का काम करती थी
हॉकिंग के परिवार में दो छोटी बहनें भी थी जिसका नाम मेरी और फिलप्पा था हॉकिंग के बारे में बताया जाता है कि जब उनकी उम्र 21 साल की थी तो वह एक बहुत ही भयानक बीमारी से ग्रस्त हैं यह वह बीमारी थी जो कभी नहीं ठीक हो सकती थी इस बीमारी में बताया जाता है कि इसमें दिमागी तौर पर तो आदमी स्वस्थ रहता है लेकिन शारीरिक तौर पर वह बिल्कुल भी काम करने योग्य नहीं रहता है
इसको ऐसे ही समझा जा सकता है कि आपका दिमाग तो काम कर रहा है लेकिन आपका शरीर बिल्कुल भी काम नहीं कर रहा है हॉकिंग के बारे में बताया जाता है कि वह पढ़ाई में ज्यादा अच्छे नहीं थे लेकिन गणित विषय में उनकी रुचि बहुत अच्छी थी ऐसा कहा जाता है कि वह घड़ियों को तोड़ना और उन्हें फिर से जोड़ना उन्हें बहुत अच्छा लगता था उनके पिता यह चाहते थे कि यह एक अच्छे डॉक्टर बने
इसलिए हॉकिंग ने गणित और रसायन विज्ञान के साथ-साथ भौतिक विज्ञान में भी रुचि लेना शुरू कर दिया था हॉकिंग 17 साल की उम्र में ही ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला ले लिया था जैसे जैसे उम्र बढ़ती रही हो कि इनका दिमाग और अच्छी चीजों में रूचि लेने लगा और वह पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देने लग गए वह किताबों को पढ़ते थे उनके नोट्स बनाते थे और अपनी पढ़ाई को हमेशा जारी रखते थे आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और वह ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से फर्स्ट डिवीजन में पास हुए
ऐसा बताया जाता है कि जब उनकी उम्र 21 साल की थी तो वह अपनी इस बीमारी से पूरी तरह से ग्रस्त हो चुके थे जब वह छुट्टियों में अपने घर आए तो अचानक ही सीढ़ियों से गिर गए थे और इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और जब उन्हें इस बात का पता लगा कि यह बीमारी तो बहुत ज्यादा बढ़कर बढ़ गई है अब इसका इलाज संभव नहीं है
हॉकिंग की शादी 1965 में हुई थी हॉकिंग भगवान में यकीन नहीं रखते थे और उनकी पत्नी भगवान में यकीन रखती थी इस बात को लेकर उनकी पहली पत्नी ने उन्हें छोड़ दिया था हॉकिंग की दूसरी का तलाक 2006 में हो गया था इसके बावजूद भी हॉकिंग अपने दिमाग पर अच्छी तरह से पकड़ बना कर सकते थे
वह आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे अभी तक हॉकिंग को 12 पुरस्कारों से नवाजा गया अगर हम वाकिंग की बात करें तो वह एक महान वैज्ञानिक होने के साथ-साथ एक अच्छे इंसान भी थे जिन्होंने अपने लक्ष्य को पाने के लिए बहुत मुसीबतों में से होकर गुजरना पड़ा है अगर आम इंसान होता तो शायद वहीं पर ही रुक जाता लेकिन यह रुके नहीं और आगे बढ़ते चले गए.