Story in hindi for unknown journey
अनजाने सफर की कहानी, story in hindi for unknown journey, यह कहानी एक सफर की है जो बहुत ही डरवाना लगता है, बहुत मुश्किल से सभी लोग इस सफर में बच पाए थे, यह कोई कहानी नहीं है, बल्कि एक सच्चाई है, जो सभी को डर का अहसास दिलाती है.
अनजाने सफर की कहानी :- story in hindi for unknown journey
इस journey में ऐसा पहली बार होता है जो हमे बिलकुल भी नहीं सोचा होता है, हम इस बात को अपने दिमाग से कभी भी नहीं सोच सकते है, जो उस दिन हुआ था वह बहुत ही डरावना था, उसे देखकर बहुत ज्यादा डर भी लग रहा था, Because उसके होने के बाद दिमाग भी सोचने पर मजबूर हो गया था, अगर हम उन पहाड़ी रास्तो की बात करे तो उन्हें सोचने मात्र से ही बहुत ज्यादा डर लगता है, हम दोनों दोस्त साथ में पहाड़ी इलाके में जा रहे थे,
खेल-खेल में कहानी
Because उसका गांव पहाड़ी के दूसरी और था, उस पहाड़ी को पार करने के लिए टेड़े-मेढे रस्ते गुजरते थे, यह सफर मेरे लिए बिलकुल भी अनजान ही था क्योकि में कभी भी इस सफर पर नहीं आया था, जिससे थोड़ी घबराहट हो रही थी, बस धीरे-धीरे पहाड़ी की और जा रही थी साथ में बहुत ज्यादा डर भी लग रहा था. Because खिड़की से देखने पर पहाड़ी की गहराई भी नज़र आती थी Because इतनी उचाई पर देखने पर डर जरूर लगता है, but दोस्त साथ में था तो डर कुछ कम था but बहार देखने पर डर जरूर लगता था,
सामने से आती हुई गाड़ी भी बहुत धीमे चल रही थी, इसका मुख्य कारण था, कोहरा, कोहरा बहुत ज्यादा था अगर हम कुछ दुरी तक देखे तो ज्यादा हम देख नहीं पा रहे थे, कोहरे की वजह से कुछ दुरी तक नज़र आ रहा था, उसके बाद कुछ साफ़ नहीं दीखता था, सभी गाड़िया बहुत धीमे ही चल रही थी, but सामने से अचानक ही बहुत तेजी से एक कार आयी ऐसा लगता था की वह बहुत तेज थी Because उसने बहुत तेजी से बस के पास से निकाली थी, उसके निकलते ही बस का बैलेंस भी थोड़ा बिगड़ गया था,
बच्चों का खेल कहानी
सभी लोग अचानक ही बहुत ज्यादा डर गए थे, Because जैसे ही बैलेंस बिगड़ा तभी बस का दूसरा पहिया अचानक ही फिसलकर किनारे पर आ गया था और बहुत तेज आवाज आयी थी यह आवाज किसकी थी पता नहीं but सुनाई दी थी, दिखाई कुछ भी नहीं दे रहा था, उधर बस के सभी लोग बहुत ज्यादा डर चुके थे ऐसा लगता था की बस नीचे गहराई में चली जायेगी, सभी लोगो के मन में था की किसी भी तरह बस से नीचे उतरा जाए, Because उसमे रुकना अब खतरनाक हो सकता था, सभी लोग बहार की और भागने लगे,
उनके भागते हुए बस काफी तेजी से हिल रही थी, but कोई कुछ भी समझ नहीं रहा था जिसे जो भी रास्ता नज़र आया वह उस रस्ते बहार निकल चूका था कुछ लोग खिड़की में से बहार आ गए थे कुछ दरवाजे से बहार थे खुश ही देर में सभी लोग बहार आ चुके थे काफी लम्बा जाम लग गया था सभी लोग रुके हुए थे सभी सुरक्षित भी थे यह journey बहुत ज्यादा डरा देता है
बीते पल की यादें कहानी
Because जब भी यह याद आता है तो अंदर से डर का आभास होता है, ऐसा खतरनाक वाकया देखकर अब पहाड़ी की और देखने से भी डर लगता है, कुछ बाते अगर life में ऐसी हो जाती है जिसके बाद का जीवन ही बदल जाता है, इसमें कुछ किया नहीं जा सकता है, but डर तो लगता ही है,अनजाने सफर की कहानी, (story in hindi unknown journey) आप इसे शेयर जरूर करे और कमेंट करके हमे भी बताये.
अनजाने सफर की दूसरी कहानी :- story in hindi for unknown journey
हमे इस अनजान रास्ते से नहीं जाना चाहिए, आपको पता भी है यह रास्ता हमे किस जगह पर ले जा रहा है पति कहता है की हम समय से पहुंच जायँगे तुम्हे चिंता नहीं करनी चाहिए मुझे ऐसा लगता है की गांव पहुंचने के लिए यह रास्ता ठीक हो सकता है हम उनके गांव में पहली बार आये है, इसलिए थोड़ा समय लग रहा है दोनों ही बातें करते हुए जा रहे थे पत्नी को डर भी लग रहा था Because यह रात का सफर था उसमे यह अनजान रास्ता कुछ भी समझ नहीं आ रहा था
वक़्त-वक़्त की बात कहानी
वह चलते हुए काफी दूर तक आ गए थे but यह जंगल से जुड़ा रास्ता रात के समय में क्या दिन में भी ठीक नहीं लग रहा है but अब क्या किया जा सकता है अब तो वह आ गए थे अब पीछे जाना ठीक नहीं था वह दोनों यही सोचते हुए आगे बढ़ रहे थे तभी पत्नी की आवाज आती है वह कहती है की मुझे लगता है की कोई पीछे चल रहा है पति देखता है मगर कुछ भी नज़र नहीं आता है वह कहता है की कुछ नहीं है तुम्हे आगे बढ़ना चाहिए वह आगे बढ़ते है
कुछ पल में सब बदल गया कहानी
तभी कोई आवाझ आती है यह आवाज किसकी है जब पति ने ध्यान से सुना तो यह एक हसी थी but कौन हंस रहा था कोई भी नज़र नहीं आ रहा है पत्नी कहती है की मुझे डर लग रहा है पति को अब कुछ भी ठीक नहीं लग रहा था वह दोनों तेजी से आगे बढ़ रहे थे क्योकि यह रास्ता ठीक नहीं था वह दोनों चल रहे थे और वह हंसी भी तेज हो रही थी तभी उनकी नज़र एक मंदिर पर जाती है यह मंदिर छोटा है but यहां पर रुक सकते है वह दोनों वही पर रुक जाते है
शिष्य और गुरु की कहानी
story in hindi for unknown journey, अब कोई भी आवाज उन्हें नहीं आती है यह रास्ता उन्हें ठीक नहीं लग रहा था मगर वह कहि भी जा नहीं सकते थे पूरी रात उन्हें वही पर हो गयी थी वह अब यही सोच रहे थे की हम सुबह होते ही चले जायँगे उसके बाद सुबह हो जाती है वह गांव की और बढ़ते है अब उन्हें ठीक भी लग रहा था Because सुबह हो गयी थी रत भर की परेशानी के बाद वह उस जगह पर पहुंच गए थे वह रास्ता ठीक नहीं हमे भी सोचकर ही रस्ते को चुनना चाहिए अगर आपको यह story in hindi for unknown journey पसंद आयी है तो शेयर जरूर करे
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