Suspense hindi story
Suspense hindi story, जीवन में ऐसा भी कुछ हो जाता है जिसके बारे में कभी भी सोचा नहीं था, लेकिन जब यह होता है तो उसके बाद सभी कुछ बदल जाता है, हमे कुछ नहीं पता है, लेकिन जब में यहां पर आया तो मेरे सामने ही वह बस में चढ़ा था,
पता नहीं कौन था कहानी :- suspense hindi story
लेकिन कोई भी इस बात को सही-सही नहीं बता रहा था, की क्या हुआ था, लेकिन हर बार वह यही कहे जा रहा था, की मेरे सामने ही तो वह बस में चढ़ा था, अब उसे किस जगह पर खोजा जाए, कहा पर देखु कुछ समझ नहीं आ रहा था, वह दोनों आदमी साथ में ही घर से चले थे क्योकि उन्हें एक गांव में शादी थी उसी में जाना था, शादी शाम को थी इसलिए वह दोनों ही सुबह निकला गए थे,
वक़्त-वक़्त की बात कहानी
उस समय किसी के भी पास फ़ोन नहीं हुआ करते थे जोकि बात करके पता कर सके की कहा पर है, उस आदमी ने सोचा की जब वह बस में है ही नहीं तो बस में चढ़ने से कोई फायदा नहीं होगा, इसलिए यहां पर रुकर ही इंतज़ार करना चाहिए जिससे वह कुछ ही देर में मुझे मिल जाए, वह वही पर रुक गया था, उस आदमी का इंतज़ार करने लगा था, मगर वह कही नज़र नहीं आ रहा था, कुछ देर इनतज़र करने पर उसने सोचा की अब चला जाए क्योकि यहां पर इंतज़ार करने से कुछ नहीं होगा,
तभी वह सामने से आता हुआ नज़र आया था, उसे देखकर यही सोचा की चलो वह आ तो गया है मगर वह कहा था इससे जरूर पूछूंगा, उस आदमी के पूछने से पहले ही उसने पूछा की कहा छोड़कर चले गए थे, और यहां पर बस स्टैंड पर भी पहुंच गए हो, जबकि हमे साथ में यहां पर आना था, वह आदमी कहने लगा की में यहां पर तुम्हारा इंतज़ार कर रहा हु, तुम मेरे साथ में यहां तक आये थे, उसके बाद पता नहीं कहा चले गए में तुम्हारा इंतज़ार कर रहा था, दोनों एक दूसरे की और देख रहे थे की यह क्या हो रहा है,
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तभी दूसरे आदमी ने कहा की मेने तुम्हे पानी पीने के लिए पूछा था और तुमने कहा था की पानी पी कर जल्दी आ जाना जब में पानी पीने गया था तब तुम अचानक ही चल पड़े थे तुम्हारे साथ में कोई था मेने देखा की तुम उससे बात करते हुए जा रहे थे मेने आवाज भी लगायी थी, मगर तुमने ध्यान नहीं दिया और चलते जा रहे थे में भी जल्दी पानी पी कर वहा से चल दिया था, तभी पहला आदमी बोला की में तुम्हारे साथ यहां पर आया था, जब हम दोनों यहां पर पहुंचे तो तुम एक बस में चढ़ते हुए नज़र आये जब भी वहा गया तो कोई भी नहीं था,
में बस से निचे उत्तर गया और इनतज़र करने लगा था और अब तुम मुझे यहां पर मिले हो, दोनों का दिमाग काम नहीं कर रहा था, क्योकि ऐसा कुछ हुआ था जो उनकी समझ से बहार था, अब दोनों ही सोच रहे थे की वह कौन हो सकता है, जो यहां तक आया और उसके बाद यहां से चला गया था, उसके बाद दोनों उठे और बस में गांव की और चल पड़े क्योकि उन्हें शादी में जाना था, बात उनकी समझ में नहीं आ रही थी मगर कुछ तो है जो समझ से बहार था,
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दोनों गांव में पहुंच चुके थे, मगर उनके दिमाग में वही बात थी की वह कौन था जो हमारे साथ में था, कभी-कभी ऐसा भी हो जाता है जिसके बारे में पता नहीं होता है, ऐसा कभी भी हो सकता है इसलिए हमेशा सतर्क रहे, पता नहीं कौन था कहानी, (suspense hindi story), आपको कैसी लगी हमे जरूर बताये, और अगर पसंद आयी है तो शेयर भी करे,
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